आगरा : उप्र में एक जून से भले ही आंशिक कफ्र्यू में ढील दी गई हो, लेकिन ताजमहल समेत सभी स्मारकों पर अभी ताला लगा रहेगा। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने स्मारकों को 15 जून तक बंद रखने का निर्णय लिया है। कोरोना वायरस के संक्रमण की दूसरी लहर में एएसआइ ने सभी संरक्षित स्मारकों, पुरातत्वीय स्थलों और संग्रहालयों को बंद करने का आदेश 15 अप्रैल को किया था। स्मारकों को 16 अप्रैल से 15 मई तक के लिए बंद किया गया था। एएसआइ ने 12 मई को दोबारा आदेश जारी कर स्मारकों की बंदी को 31 मई तक के लिए बढ़ा दिया था।
रविवार को एएसआइ के निदेशक (स्मारक) डा. एनके पाठक ने स्मारकों को 15 जून या अग्रिम आदेशों तक बंद रखे जाने का आदेश किया है। आगरा में एएसआइ द्वारा संरक्षित ताजमहल, आगरा किला, फतेहपुर सीकरी समेत सभी स्मारक 16 अप्रैल से बंद हैं। डेढ़ माह से यहां पर्यटन उद्योग ठप है। जिसके चलते इससे जुड़े लोगों के समक्ष आजीविका का संकट खड़ा हो गया है। बंदी का बना था रिकार्ड पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण की पहली लहर में स्मारकों की बंदी का रिकार्ड बना था।
एएसआइ ने 17 मार्च से स्मारक बंद कर दिए थे। ताजमहल और आगरा किला 188 दिन बंद रहने के बाद 21 सितंबर को खुले थे। फतेहपुर सीकरी, सिकंदरा, एत्माद्दौला, मेहताब बाग समेत अन्य सभी स्मारक 168 दिन तक बंद रहे थे और एक सितंबर को खुले थे।