लुधियाना : पंजाब के विधानसभा क्षेत्र दाखा के गांव जांगपुर के पुराने कांग्रेस वर्कर 49 वर्षीय दलजीत सिंह हैप्पी बाजवा ने गुरुवार को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के नाम आडियो जारी कर जहर खाकर जान दे दी। हैप्पी ने गांव हिस्सोवाल में जाकर जहरीला पदार्थ निगला और मौत के लिए तीन लोगों को जिम्मेदार ठहराया।
थाना दाखा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आत्महत्या के लिए जिम्मेदार दो लोगों प्रीतम सिंह और महिंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
बलजिंदर सिंह फरार है। गुरुवार देर रात पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू गांव जांगपुर पहुंचे और पंजाब कांग्रेस कमेटी की ओर से 10 लाख रुपये की तत्काल मदद देने की घोषणा की। उधर, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर कांग्रेस वर्कर हैप्पी बाजवा की मौत पर दुख जताया है।
हैप्पी बाजवा कांग्रेस के स्पोर्ट्स एंड कल्चरल सेल देहाती के जिला चेयरमैन थे। हैप्पी बाजवा ने आत्महत्या करने से पहले पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को संबोधित एक आडियो इंटरनेट मीडिया में शेयर किया है।
आडियो में उसने कहा कि कांग्रेस वर्करों की सिस्टम में कोई सुनवाई नहीं है। मैंने 30 साल कांग्रेस की सेवा की, इसके बावजूद अपने परिवार के लिए आटा-दाल तक नहीं लगवा पाया।
चुनावों में पार्टी के प्रचार के लिए मध्य प्रदेश, हरियाणा सहित कुछ और राज्यों में भी काम किया। पार्टी के पोस्टर तक लगाए। कई बार केस भी दर्ज हुए पर पार्टी का साथ नहीं छोड़ा, लेकिन मिला कुछ नहीं।
इस बात का मलाल हमेशा रहेगा। हैप्पी बाजवा ने आडियो में गांव के तीन लोगों प्रीतम सिंह, महिंदर सिंह और बलजिंदर सिंह को जिम्मेदार ठहराया है। उसने बताया कि उसने जमीन खरीदी, लेकिन इन्होंने उसमें भी रुकावट डाली।
मेरे खिलाफ झूठी गवाही दी। अब मैं अपने जीवन से परेशान हूं। दलजीत के भाई सुरिंदर सिंह ने कहा कि यह आडियो उनके भाई की है। उसने उम्र भर कांग्रेस पार्टी की सेवा की है।
पार्टी की सेवा के लिए शादी नहीं की, भाई के बच्चों का ध्यान रखें सिद्धू : कांग्रेस वर्कर हैप्पी बाजवा ने आडियो में यह भी कहा कि उसने पार्टी की सेवा के लिए शादी भी नहीं की। उसने अपने भाई और उसके बच्चों के साथ ही जीवन बिताया है। भाई के बच्चों को ही अपने बच्चे समझे। सिद्धू से गुजारिश की कि वह भाई के बच्चों पर अपना हाथ रखें और उनकी मदद करें।
जमीर मारकर कर रहा हूं खुदकुशी : आडियो में हैप्पी बाजवा ने कहा कि मैंने आंतकवाद के दौर में भी पार्टी के लिए निडर होकर काम किया। हमेशा कड़ी मेहनत की। सुनवाई नहीं होने पर अब जमीर मारकर आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठाने जा रहा हूं।