पत्नी की हालत बिगड़ी तो पति ने ठेले को ही बना लिया एम्बुलेंस और ऑक्सीजन लगाकर पहुंचाया अस्पताल, जानिए कहां बने ऐसे हालात

उज्‍जैन । कोरोना से अपनों की जान बचाने के लिए लोग क्या कुछ नहीं कर रहे हैं। मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण स्वास्थ्य सेवाएं लड़खड़ा गई है। ऐसे में मरीजों को समय पर चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पा रही। मरीजों को अस्पताल लेकर जाने वाली एम्बुलेंस भी वक्त पर नहीं पहुंच रही। जिसके कारण लोगों को अपने परिजनों को खुद ही अस्पताल लेकर जाना पड़ रहा है। रही सही कसर लाकडाउन की िस्थति ने पूरी कर रखी है। जिसमें साधन उपलब्ध न हो पाने से लोग दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला उज्जैन का सामने आया। जहां एक महिला की हालत बिगड़ने पर उसके परिजनों एक चार पहिया ठेले से लेकर उसे अस्पताल दौड़े।

कोरोना महामारी के बीच देश के अस्पतालों में ऑक्‍सीजन, बेड और दवाओं की कमी किसी से छुपी नहीं है। स्वास्थ्य अमले के बिगड़ते हालत को दिखाने के लिए यह तस्‍वीर काफी है कि स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाओं, ढांचे के ठप पड़ने के बीच लोग किस तरह खुद ही व्‍यवस्‍था करके मरीज को अस्पतालों तक पंहुचाने लगे है। ऐसा ही एक मामला मध्‍य प्रदेश के उज्‍जैन शहर में देखने को मिला जब एक महिला मरीज की तबियत बिगड़ी तो आनन-फानन में परिजनों ने एम्बुलेंस के लिए कॉल किया। लेकिन एम्बुलेंस आने में देर हो रही थी, ऐसे में परिजनों ने पास ही में खड़े ठेले (cart) को एम्बुलेंस बना लिया और ऑक्‍सीजन सिलेंडर लगाकर मरीज को अस्पताल पहुंचाया।

इस तस्वीर को रास्ते में जिसने भी देखा वो मानो थम सा गया, सरकार के फेल होते सिस्टम की पोल खोलता ये वीडियो इस बात को बयां करता है कि सरकार आम आदमी को कितनी सुविधाएं दे पा रही है और कितनी नहीं। हालांकि सांस लेने में तकलीफ़ हो रही महिला की जान, परिवार के सदस्यों ने सूझबूझ से जुगाड़ करते हुए सही समय पर अस्पताल पहुंचाकर बचा ली। महिला को अभी भी अस्पताल में ऑक्सीजन लग रही है।

पडौसियों ने दिखाई हिम्मत तो बची जान 

महिला के पति इब्राहिम ने बताया कि मेरी पत्नी पत्नी छोटी बी (30 वर्षीय) को दमे की शिकायत है। उसे तेजी से सांस चलने लगी और सांसे अटकने लगी तो बाइक से इलाज के लिए उज्जैन लाया गया। यहां सबसे पहले उसे विराट नगर अपने रिश्तेदार के यहां परिजन लेकर गए। जब तबीयत ज्यादा खराब होने लगी तो हम सब घबरा गए, एम्बुलेंस को कॉल किया लेकिन एम्बुलेंस वाले ने मना कर दिया।

इसके बाद क्षेत्र में पास में ही रहने वाले कल्लू ने ठेला गाड़ी को 50 रुपये किराए पर लेकर ऑक्‍सीजन सिलेंडर का जुगाड़ करते हुए ठेले को एम्बुलेंस का रूप दे दिया। महिला को ठेले से अस्‍पताल ले जाते हुए रास्ते भर ऑक्सीजन दी गई और फिर उसे शहर के निजी अस्पताल ले जाकर आननफानन में भर्ती किया। अस्‍पताल में छोटीबी को ऑक्सीजन लग रही है और उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। इब्राहिम की मानें तो थोड़ी देर हो जाती कुछ भी हो सकता था।

जानकारी के अनुसार महिला के पति इब्राहिम, जो केवल 8वीं तक ही पढ़े हैं, ने सही निर्णय लेकर साहस दिखाते हुए पत्नी को समय रहते अस्पताल पहुंचाया। इब्राहिम ने बताया कि अभी भी ऑक्सीजन की कमी हो रही है। ऑक्सीजन शहर में मिल नहीं रही है, ऐसे में बड़ी दुविधा यही है की कल तो जैसे तैसे जान बचा ली। आगे क्या करंगे, हम नहीं जानते..। 

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