मध्य प्रदेश में ऑक्‍सीजन की किल्लत हुई कम, 18 जिलों में पहुंचाई गई 540 मीट्रिक टन ऑक्सीजन

मध्यप्रेदश के विभिन्न शहरों में आज 540 मीट्रिक टन ऑक्सीजन पहुँची। ट्रेन और टैंकरो के माध्यम से आने वाली ऑक्सीजन कोरोना मरीजों के लिए संजीवनी साबित हो रही है। राज्य सरकार के प्रयासों से आवश्यक माँग से अधिक मात्रा में ऑक्सीजन की आपूर्ति होना शुरू हो गई है। ऑक्सीजन लेकर आ रही ट्रेन और प्रत्येक टैंकर की ट्रेंकिंग भी की जा रही है।

बुधवार को 6 टैंकरों से 107 मीट्रिक टन ऑक्सीजन भोपाल पहुँची। इसीक्रम में विदिशा जिले के लिए 10 मीट्रिक टन ऑक्सीजन लेकर टैंकर पहुँचा है। ग्वालियर के लिये 4 टैंकरों से 50 मीट्रिेक टन, इंदौर के लिए 6 टैंकरों से 119.5 मीट्रिक टन, जबलपुर के लिए 3 टैंकरों से 53 मीट्रिक टन, रीवा के लिए 3 टैंकरो से 47 मीट्रिक सागर के लिए 2 टैंकरो से 30 मीट्रिक टन, कटनी के लिए 2 टैंकरो से 15 मीट्रिक टन, शहडोल के लिए एक टैंकर से 10 मीट्रिक टन,छिंदवाड़ा के लिए एक टैंकर से 16.5 मीट्रिक टन, रतलाम के लिए एक टैंकर से 16.5 मीट्रिक टन, दतिया के लिए एक से 5 मीट्रिक टन, खण्डवा के लिए एक टैंकर से 10 मीट्रिक टन, उज्जैन के लिए 2 टैंकरों से 26 मीट्रिक टन, शिवपुरी के लिए एक टैंकर से 4.5 मीट्रिक टन, छतरपुर के लिए एक टैंकर से 4.5 मीट्रिक टन, मंडीदीप रायसेन के लिए एक टैंकर से 10 मीट्रिक टन और सतना जिले के लिए एक टैंकर से 6.2 मीट्रिक टन ऑक्सीजन पहुँचाई गई।

माँग से अधिक हो रही ऑक्सीजन आपूर्ति

प्रदेश में कोविड मरीजों को जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए किये जा रहे प्रयासों के परिणाम स्वरूप 471 मीट्रिक टन ऑक्सीजन टैंकरों की जरूरत के विरूद्ध 540 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्रदेश के विभिन्न जिलों में पहुँची है। इससे जिलों में कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित होगी।

भोपाल जिले में 93 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत है, जबकि यहाँ के लिए 107 मीट्रिक टन ऑक्सीजन आवंटित की गयी है। इनमें से 80 मीट्रिक टन बोकारो से, 10 मीट्रिक टन कर्जन से और 17 मीट्रिक टन लिण्डे भिलाई से आई। इंदौर में 113 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत के विरूद्ध 119.5 मीट्रिक टन ऑक्सीजन आवंटित की गयी है। इसमें से 88 मीट्रिक टन रिलायंस जामनगर, 6 कर्जन और 25.5 मीट्रिक टन लिण्डे भिलाई से पहुँची।

इसी तरह जरूरत के आधार पर विदिशा में 10 मीट्रिक टन ऑक्सीजन कर्जन से आई है। ग्वालियर में 43.7 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत के विरूद्ध 50 मीट्रिक टन ऑक्सीजन आवंटित की गई है। इनमें से 17 मीट्रिक टन बोकारो से, 18 मीट्रिक टन मोदीनगर से और 15 मीट्रिक टन भिलाई से आई। जबलपुर में 47 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत है, जबकि 53 मीट्रिक टन ऑक्सीजन आवंटित की गयी है। इसमें से 11 मीट्रिक टन ऑक्सीजन बोकारो, 21.2 मीट्रिक टन आर.एस.पी और 20.68 मीट्रिक टन ऑक्सीजन बी.एस.पी भिलाई से आई।

रीवा में 30 मीट्रिक टन की जरूरत के विरूद्ध 47 मीट्रिक टन ऑक्सीजन आवंटित की गयी है। इसमें से 30 मीट्रिक टन बोकारो और 17 मीट्रिक टन लिंडे भिलाई से ऑक्सीजन पहुँची सागर में 30 मीट्रिक टन की जरूरत है, और 30 मीट्रिक टन आवंटित की गयी है। यहाँ पर 20 मीट्रिक टन वीएसपी भिलाई और 10 मीट्रिक टन ऑक्सीजन बोकारो से आई। कटनी में 6 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत के विरूद्ध 15 मीट्रिक टन आवंटित की गयी है। इनमें से लिण्डे भिलाई से 10 और जेएसपीएल अंगुल से 5 मीट्रिक टन ऑक्सीजन पहुँची।

शहडोल में 10 मीट्रिक टन ऑक्सीजन जेएसपीएल अंगुल, छिंदवाड़ा में 16.5 मीट्रिक टन ऑक्सीजन लिण्डे भिलाई से, रतलाम में 16 मीट्रिक टन ऑक्सीजन रिलायंस जामनगर से दतिया में 5 मीट्रिक टन ऑक्सीजन बोकारो से, खण्डवा में 10 मीट्रिक टन ऑक्सीजन कर्जन से, उज्जैन में 26 मीट्रिक टन ऑक्सीजन जामनगर से पहुँची।

शिवपुरी में 4.5 मीट्रिक टन जी.एस.पी.एल अंगुल से, छतरपुर में 4.5 मीट्रिक टन जेएसपीएल अंगुल से, मंडीदीप में 10 मीट्रिक टन ऑक्सीजन लिण्डे भिलाई से और सतना में 6.2 मीट्रिक टन ऑक्सीजन जेएसपीएल अंगुल से आई।

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