मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गणतंत्र दिवस पर रीवा में ध्वज फहराकर ली परेड की सलामी

गणतंत्र दिवस का रंगारंग और भव्य कार्यक्रम एसएएफ मैदान रीवा में आयोजित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ध्वज फहराकर परेड की सलामी ली। समारोह में सुरक्षा बलों ने आकर्षक और मनोहारी परेड का प्रदर्शन किया। समारोह में आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश तथा प्रदेश के विकास को चित्रित करती हुई विभिन्न विभागों की आकर्षक झांकियां प्रस्तुत की गईं। मुख्यमंत्री चौहान ने इस अवसर पर उन्मुक्त आकाश में गुब्बारों का उड्डयन किया। उन्होंने परेड कमाण्डर एवं प्लाटून कमाण्डरों से परिचय प्राप्त किया। इस दौरान मध्यप्रदेश गान का गायन भी हुआ। पुलिस बल ने हर्ष फायर कर महामहिम राष्ट्रपति की जय का उद्घोष किया।

मुख्यमंत्री चौहान ने गणतंत्र दिवस पर आम जनों को संबोधित करते हुए कहा कि ह्रदय प्रदेश मध्यप्रदेश को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनायेंगे। इसके लिये सरकार और शासन के साथ-साथ प्रत्येक नागरिक का सहयोग आवश्यक होगा। जब प्रदेश के आठ करोड़ जन आगे कदम बढ़ायेंगे तो प्रदेश के विकास का पथ प्रशस्त हो जायेगा। प्रदेश वासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व-रोजगार तथा आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश बनाने के लिये प्रयास किये जा रहे हैं। नगरों के साथ-साथ ग्रामों के विकास के लिये पांच वर्षीय कार्य योजना तैयार की जा रही है। रीवा प्रदेश का गौरवशाली जिला है। इसके विकास में किसी तरह की कोर कसर नहीं रहेगी। कोरोना संकट में प्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूँ का रिकार्ड उपार्जन हुआ। इसमें रीवा का बहुत बड़ा योगदान था। धान उपार्जन में भी रीवा प्रदेश के पांच प्रमुख जिलों में शामिल है। गेंहू तथा धान के लिये रीवा के किसानों को एक हजार करोड़ रूपये की राशि प्रदान की गई है। रीवा में सुपारी से कलाकृति बनाने की अनूठी कला तथा विशिष्ट सुंदरजा आम है। इन्हें पूरी दुनिया में बेचने की व्यवस्था की जायेगी। इनका उत्पादन बढ़ाने से स्थानीय स्तर पर रोजगार तथा जिले का आर्थिक विकास होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर नेताजी सुभाषचन्द्र बोस को नमन कर रहा हूं। उन्होंने तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूंगा नारा देकर देश में आजादी की ज्योति जलाई। अंग्रेजों से अंडमान निकोबार द्वीप को आजाद कराकर नेताजी ने तिरंगा फहराया। आज उन वीरों को नमन किया जा रहा है जिनके त्याग और बलिदान से देश को आजादी मिली। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक वर्ष पहले प्रदेश में कोरोना महामारी का संकट आया। कोरोना से दो-दो हाथ करने के लिये हमारे डॉक्टरों, नर्स, पुलिस तथा प्रशासन के लोगों ने अपने प्राण संकट में डालकर आम जनता की सेवा की। देश के दूरदर्शी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में हमने कोरोना को हराने की निर्णायक लड़ाई लड़ी। प्रधानमंत्री के आव्हान पर कोरोना वारियर्स का सम्मान तथा लॉकडाउन किया गया। लाखों प्रवासी मजदूरों को वाहन, भोजन और उपचार सेवाएँ दी गईं। अब कोरोना संकट के बादल छट रहे हैं। कोरोना रिकवरी की दर 96.6 प्रतिशत हो गई है। कोरोना से संघर्ष का पराक्रम अतुलनीय है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संकट में मनरेगा योजना से रिकार्ड काम हुआ। दिव्यांगजनों को पेंशन, खाद्यान्न तथा छात्रवृत्ति का नियमित वितरण किया गया। शासकीय सेवकों का वेतन नियमित किया गया। उनकी एरियर्स की राशि का भी पाई-पाई भुगतान किया जायेगा। उन्होंने कहा कि रीवा सहित पूरे विन्ध्य क्षेत्र के विकास के प्रयास किये जायेंगे। इसके लिये कार्य योजना बना ली गई है जिस पर तेजी से काम किया जायेगा। विकास के कार्यों के साथ भू-माफिया, खनन माफिया, नशे का कारोबार करने वाले, चिटफंड कंपनी बनाकर जनता को लूटने वाले तथा बेटियों से दुर्व्यवहार करने वालों और धर्मान्तरण कराने वालों को मध्यप्रदेश की धरती पर नहीं रहने दिया जायेगा। पूरे प्रदेश में माफियाओं के विरूद्ध अभियान चलाया जा रहा है। मिलावट करने वालों को भी नहीं छोड़ा जायेगा। माफियाओं के कब्जे से आठ हजार करोड़ रूपये की कीमत की जमीन मुक्त करायी गई है।

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