रावतपुरा धाम को तीर्थ पर्यटक सर्किट से जोड़ा जायेगा, ज्ञान, भक्ति एवं कर्म का संगम है यह धाम : सीएम शिवराज

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि रावतपुरा धाम एक अदभुत पवित्र धार्मिक तीर्थ स्थल है। इसे तीर्थ पर्यटक सर्किट में जोड़ा जायेगा। यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं के लिये सामुदायिक भवन की व्यवस्था की जाकर धाम में पेयजल की समस्या को भी दूर किया जायेगा। मुख्यमंत्री चौहान गुरूवार को भिण्ड जिले के रावतपुरा धाम में 3 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित 85 फीट ऊँची आदिदेव शिव प्रतिमा के अनावरण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मानव के जीवन का अंतिम लक्ष्य ईश्वर को प्राप्त करना है। इसके लिए तीन मार्ग हैं, जिनमें ज्ञान मार्ग के माध्यम से वेद, पुराण उपनिषेद एवं गीता के माध्यम से ज्ञान अर्जित करना है। जबकि दूसरा मार्ग ईश्वर की भक्ति का और तीसरा कर्म मार्ग का है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कर्म मार्ग के रूप में ईश्वर ने मनुष्य को जिस रूप में कार्य करने का अवसर दिया है, उसे पूरी ईमानदारी एवं निष्ठा के साथ करें। उन्होंने कहा कि ज्ञान, भक्ति एवं कर्म के त्रिवेणी का संगम रावतपुरा धाम है।

राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि रावतपुरा धाम में आकर काफी सकुन मिला है। ऐसा लग रहा है कि यहाँ प्रभु के चरणों में उपस्थित हुए हैं। उन्होंने कहा कि रावतपुरा सरकार धार्मिक स्थलों का एक केन्द्र बन चुका है। भगवान शिव की 85 फीट ऊँची प्रतिमा के यहाँ आकर दर्शन करने का अवसर मिला है। सिंधिया ने कहा कि इस भव्य एवं विशाल प्रतिमा को बनाने वाले कारीगरों एवं शिल्पियों का भी विशेष योगदान रहा है। सिंधिया ने कहा कि रावतपुरा सरकार चिकित्सा, शिक्षा एवं समाज-सेवा के क्षेत्र में पूरे मध्यप्रदेश में महत्वपूर्ण उदाहारण प्रस्तुत कर रहा है।

खजुराहो सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी.डी. शर्मा ने कहा कि हम बड़े सौभाग्यशाली है कि रावतपुरा धाम में भगवान शिव की विशाल प्रतिमा के दर्शन करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि रावतपुरा सरकार मध्यप्रदेश ही नहीं, पूरे देश के अंदर विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर अनूठा उदाहारण प्रस्तुत कर रहा है। यहाँ आने से जो प्रेरणा मिलती है, वह अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि रावतपुरा धाम आकर चारों धामों के दर्शन करने जैसा अहसास होता है। रावतपुरा धाम धर्म, संस्कृति एवं संस्कार देने का एक बड़ा केन्द्र बन रहा है। 

रावतपुरा धाम के गुरूदेव रविशंकर ने बताया कि रावतपुरा धाम में स्थापित शिव प्रतिमा के समान ही 11 अन्य स्थानों पर भी वर्ष 2030 तक प्रतिमा स्थापित की जायेगी। उन्होंने कहा कि वे वर्ष 1991 में यहाँ आये थे। आज रावतपुरा धाम लाखों लोगों की आस्था एवं श्रद्धा का केन्द्र बन चुका है। उन्होंने कहा कि ग्वालियर एवं चंबल की तपोभूमि हमेशा संतों की भूमि रही है। रावतपुरा धाम द्वारा संचालित शिक्षण संस्थाओं के माध्यम से 30 हजार से अधिक छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।  

मुख्यमंत्री चौहान ने रावतपुरा धाम में किया पौध-रोपण

मुख्यमंत्री चौहान ने रावतपुरा धाम में जन-प्रतिनिधियों के साथ पौध-रोपण कार्यक्रम में भाग लिया। मुख्यमंत्री ने आम का पौधा रोपा। इस अवसर पर उपस्थित जन-प्रतिनिधियों ने भी विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाये।

मूर्ति शिल्पकारों का किया सम्मान

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आदिदेव शिव की 85 फीट ऊँची प्रतिमा बनाने वाले शिल्पकार चन्दु सिंह एवं शीर्षराम को सम्मानित किया। इस मौके पर अतिथियों को ट्रस्ट की ओर से स्मृति-चिन्ह भेंट किये गये।

Share this with Your friends :

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter