नई दिल्ली : कानपुर कोरोना संक्रमण की जांच के लिए आरटीपीसीआर रिपोर्ट आने में काफी समय लग जाता है। इस बीच मरीज की हालत खराब हो जाती है और कई बार तो जिंदगी खतरे में पड़ जाती है। वहीं, लोग सीटी स्कैन जल्दी करा नहीं पाते हैं। ऐसे में एक्सरे सेतु उनका मददगार बनेगा।
वाट्सएप आधारित चैटबाट सिस्टम में आए वाट्सएप नंबर 8046163838 पर चेस्ट एक्स-रे भेजने के साथ ही महज आधे घंटे में पता चलेगा कि कोरोना संक्रमण है या नहीं। इसके साथ ही फेफड़ों में कितना संक्रमण है, वह कितना संवेदनशील है व उनकी स्थिति क्या है, इसकी पूरी जानकारी मिल जाएगी।
आइआइटी के एनवायर्नमेंट इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट से एमटेक के पूर्व छात्र रहे उमाकांत सोनी ने इंडियन इंस्टीट्यूट आफ साइंस, एआइ रोबोटिक्स टेक्नोलाजी पार्क व निरामय हेल्थ के साथ मिलकर ‘एक्सरे सेतु’ विकसित किया है।
इसमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआइ) का इस्तेमाल किया गया है। ‘एक्सरे सेतु’ से तीन सौ डाक्टर जुड़े हैं। इसे विकसित करने में एक साल का समय लगा। शुरुआत में सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि रिसर्च के लिए कोविड पाजिटिव एक्स-रे नहीं मिल रहे थे। इस समस्या को दूर करने के लिए एआइ का इस्तेमाल करके एक यूनिक ट्रांसफर लर्निंग फ्रेमवर्क विकसित किया।
इससे चेस्ट के सामान्य एक्सरे से फेफड़ों के संक्रमण की स्थिति का पता लगाया जा सकता है। यह सिस्टम एक्सरे देखकर तुरंत आउटपुट देता है।
संक्रमित हिस्सों को फोकस कर रिपोर्ट बनाता है। यह रिपोर्ट कुछ ही मिनट में फेफड़ों व चेस्ट के अलग-अलग भागों में हुए संक्रमण के आधार पर स्कोर देती है।