अयोध्या बनेगा ग्लोबल टूरिज्म हब : पिछले 5 साल में यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या 2.5 गुना हुई, मंदिर बनने के बाद हर साल 3.6 करोड़ टूरिस्ट आने की उम्मीद, नौकरियां भी बढ़ेंगी

अयोध्या : प्रधानमंत्री ने अयोध्या को भारतीय परंपरा का पर्याय बताते हुए कहा कि रामनगरी का विकास ऐसा हो कि आने वाली युवा पीढ़ी राम के आदर्शों को समझकर उन्हें अपने संस्कारों में उतार सके। हमारी अयोध्या दुनिया का टूरिज्म हब बनेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या को एक ऐसे शहर के रूप में वर्णित किया जो प्रत्येक भारतीय की सांस्कृतिक चेतना में अंकित है।

उन्होंने कहा कि रामनगरी का विकास सनातन परंपरा के अनुसार उत्कृष्ट रूप से होना चाहिए। ऐसी अयोध्या बननी चाहिए कि हर युवा कम से एक बार वहां जाने की इच्छा रखे। रामनगरी पहुंचने के बाद उनमें आध्यात्मिक चेतना का संचार हो सके।

प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या के समग्र विकास को लेकर तैयार किये गये विजन डाक्युमेंट की वर्चुअल प्रस्तुति देख रहे थे। पीएम ने यह भी कहा कि धर्म को आगे रखते हुए रामनगरी के विकास में तकनीक और आधुनिकता का उपयोग करने का भी दिशा-निर्देश दिया।

बैठक के बाद उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या को वैश्विक आध्यात्मिक केंद्र की पहचान दिलाने के साथ-साथ समस्त आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित कर इसका सर्वांगीण विकास राज्य सरकार की प्राथमिकता है। वर्चुअल प्रस्तुति में त्रेतायुगीन परिकल्पना को देख पीएम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अधिकारियों के परिश्रम व दृष्टिकोण की सराहना की। उन्होंने रामनगरी के विकास में प्रतिभाशाली युवाओं के कौशल का उपयोग करने का सुझाव दिया।

विकास में सुनिश्चित हो जनभागीदारी : उन्होंने कहा कि जिस प्रकार भगवान राम में समाज के हर वर्ग के लोगों को एक साथ लेकर चलने की क्षमता थी, उसी अनुरूप रामनगरी के विकास में जनभागीदारी सुनिश्चित की जाए। योगी ने पीएम की मंशा के अनुरूप रामनगरी के विकास को गति प्रदान करने का संकल्प दोहराया।

प्रधानमंत्री की उम्मीद पर खरा उतरने के बाद अब विजन डाक्यूमेंट में शामिल परिकल्पना को साकार करने की दिशा में तेजी आएगी। राममंदिर जाने वाले मार्गों पर पहले कार्य शुरू होगा। पीएम ने रामनगरी के विकास से जुड़े कार्यों की समीक्षा की।

दृष्टिकोण प्रपत्र में रामनगरी में अगले 30 साल की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कार्ययोजना प्रस्तावित की गई है, इसमें पर्यटन, आर्थिक गतिविधियों के विकास के साथ अयोध्या को विश्व की आध्यात्मिक राजधानी के तौर पर विकसित करने की परिकल्पना की गई है।

श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आर्कषण का केंद्र : योगी ने कहा कि अयोध्या के प्राचीन गौरव तथा सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक परंपरा एवं पहचान को पुन: स्थापित करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा अनेक विकास परियोजनाएं संचालित की जा रही हैं।

अयोध्या के विकास में केंद्र सरकार का पूर्ण सहयोग प्राप्त हो रहा है। इन परियोजनाओं के पूर्ण होने से अयोध्या धाम श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए आकर्षण के बड़े केंद्र के रूप में उभरेगा।

उन्होंने प्रधानमंत्री को आश्वस्त किया कि अयोध्या के विकास के संबंध में राज्य सरकार प्रधानमंत्री के सुझावों और निर्देशों का अक्षरश: पालन करेगी। हर वर्ग की राय लेकर बना विजन डाक्यूमेंट : विजन डाक्यूमेंट में हर वर्ग की राय को शामिल किया गया है।

सीएम के मार्गदर्शन में विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह और ली एसोसिएट्स ने दृष्टिकोण प्रपत्र बनाया है, जिसमें संत-महंत, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट, जनप्रतिनिधि व शिक्षाविद सहित कई वर्गों के सुझाव शामिल किए गए हैं। पर्यटन, यातायात, चिकित्सा, मूलभूत सुविधाएं व रोजगार से लेकर सांस्कृतिक विकास तक की विश्वस्तरीय सुविधाओं की कार्ययोजना तैयार की गई है।

पीएम को बताया गया कि अयोध्या के विकास की परिकल्पना एक आध्यात्मिक केंद्र, वैश्विक पर्यटन केंद्र और स्थायी स्मार्ट सिटी के रूप में की जा रही है।

प्रधानमंत्री को अयोध्या से कनेक्टिविटी को सुधारने वाली आगामी और प्रस्तावित परियोजनाओं से अवगत कराया गया। बैठक में हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशन का विस्तार, बस स्टेशन, सड़कें तथा राजमार्गों जैसी विभिन्न परियोजनाओं के बारे में चर्चा की गई।

आने वाले दिनों में बनाए जाने वाले ग्रीनफील्ड टाउनशिप के बारे में भी विचार-विमर्श किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं के ठहरने की सुविधाएं, आश्रमों, मठों, होटलों और विभिन्न राज्यों के भवनों के लिए जगह शामिल हैं।

यहां पयर्टन सहायता केंद्र और विश्वस्तरीय संग्रहालय का भी निर्माण किया जाएगा। यह होगा खास – अयोध्या के गौरव को पुनर्जीवित करने के लिए 1200 एकड़ की भव्य अयोध्या होगी।

– रामनगरी के छह प्रवेश द्वारों का निर्माण नागर शैली में किया जाएगा। प्रवेश द्वारों पर श्रद्धालुओं के लिए आवासीय प्रबंध भी होंगे।

– सरयू के घाटों और उसके आसपास के इलाकों का सुंदरीकरण भी किया जाएगा।

बाईपास से नयाघाट सरयू तट तक जाने के लिए स्मार्ट रोड बनाई जाएगी। कला परियोजना, पशु संरक्षण, बाहरी रिंग रोड, रामायण कालीन पौधारोपण, रामायण थीम पार्क आदि का निर्माण होगा। 

इन्होंने लिया वर्चुअल बैठक में हिस्सा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशवप्रसाद मौर्य व डा.दिनेश शर्मा, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, पर्यटन व अयोध्या के प्रभारी मंत्री नीलकंठ तिवारी, सिंचाई मंत्री महेंद्र सिंह, मुख्य सचिव राजेंद्र तिवारी, मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल, जिलाधिकारी अनुज कुमार झा व अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह सहित आवास विकास परिषद के उच्चाधिकारी शामिल हुए। 

यह योजनाएं बदलेंगी रामनगरी का स्वरूप 

अयोध्या मेन स्पाइन रोड – राममंदिर तक जाने वाले रास्ते – पंचकोसी परिक्रमा मार्ग का सुंदरीकरण – भव्य अयोध्या ग्रीन फील्ड टाउनशिप – प्रवेश बिंदुओं पर भव्य द्वार – छह प्रवेश द्वारों पर तीर्थयात्री आवास सुविधा केंद्र – मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा – पर्यटन सुविधा केंद्र – अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय – स्मार्ट रोड – सरयू रिवरफ्रंट – पांच जलस्त्रोतों का कायाकल्प – इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम – मल्टीलेवल कार पार्किंग – पशु बचाव और पुनर्वास परियोजना – रिंग रोड विकास – सोलर सिटी – वाल्मीकि रामायण कालीन पौधारोपण

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