गंगा में लाशें : गाजीपुर में घाटों पर फिर मिले आठ शव, आईबी और खुफिया विभाग अब एक्शन में

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में गंगा नदी में अज्ञात शवों को मिलना नहीं रुक रहा। गहमर व जमानियां गंगा घाट पर शनिवार को भी दो-दो शव मिले। प्रशासन ने चारों शवों को गड्ढा खोदवा कर दफन करा दिया। इस बीच, राज्य सरकार ने शवों को नदियों में प्रवाहित करने से रोकने के लिए नगरीय निकायों में समिति गठित कर दी है।नगर निगमों में मेयर व नगर पालिका परिषद एवं नगर पंचायतों में अध्यक्ष के नेतृत्व में यह समिति बनाई गई है।

नगरीय निकाय अपने-अपने निकायों में स्थित नदियों में शवों को जल में प्रवाहित होने से रोकेंगे। अपर मुख्य सचिव रजनीश दुबे की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि नगर निगमों में संयोजक सचिव नगर आयुक्त होंगे। उपाध्यक्ष कार्यकारिणी समिति, मुख्य अभियंता सिविल या विद्युत यांत्रिक, नगर स्वास्थ्य अधिकारी इसके सदस्य होंगे।

इनके अलावा महापौर द्वारा नामित 10 पार्षद भी इसके सदस्य होंगे। इसी प्रकार नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों में अधिशासी अधिकारी संयोजक सचिव होंगे। सहायक या अवर अभियंता सिविल, सफाई एवं खाद्य निरीक्षक इसके सदस्य होंगे। यहां भी अध्यक्ष द्वारा नामित 10 पार्षद समिति के सदस्य होंगे। सभी नगरीय निकायों को 18 मई तक अपने-अपने यहां समिति गठित कर दो दिनों के भीतर बैठक करने के निर्देश दिए गए हैं। उधर, गाजीपुर के गहमर के बुलाकी दास मठिया घाट के पास दफनाए गए तीन शव शुक्रवार देर शाम रेत हटने के कारण दिखने लगे थे।

इन्हें प्रशासन फिर दफन कराया। सेवराई के एसडीएम रमेश मौर्य ने बताया कि शनिवार को दो शव मिले थे, जिसे दफन करा दिया गया। लोगों से अपील की गई है कि किसी भी हालत में गंगा में शवों का जल प्रवाह न करें। वहीं, जमानियां में बलुआ घाट व बड़ेसर स्थित श्मशान घाट के सामने गंगा में मिले एक-एक शव का तहसीलदार घनश्याम ने नपा कर्मियों की मदद से अंतिम संस्कार कराया। 

Share this with Your friends :

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter