नई दिल्ली : दिल्ली के सब्जी मंडी इलाके में चार मंजिला इमारत अचानक गिर गई। इससे गली से गुजर रही महिला, उनके दो बच्चे और एक बुजुर्ग मलबे की चपेट में आ गए। इसमें दोनों बच्चों की जान चली गई, जबकि महिला और बुजुर्ग घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है।
दोनों बच्चे ट्यूशन पढ़कर घर लौट रहे थे, तभी वे हादसे का शिकार हो गए। इस इलाके में तीन मंजिल तक ही इमारत बनाने की इजाजत है, इसके बावजूद इसे अवैध तरीके से चार मंजिल बनाया गया था। हादसे के दौरान इमारत के भूतल में निर्माण कार्य चल रहा था।
आशंका है कि भूतल पर हुई खोदाई और नींव में पानी जाने की वजह से हादसा हुआ है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक सब्जी मंडी के घंटाघर इलाके में सोमवार को दिन में करीब 11 बजे रोबिन सिनेमा के सामने 50-60 साल पुरानी एक जर्जर व अवैध इमारत जमींदोज हो गई।
हादसे में इमारत के नीचे पान की दुकान चलाने वाले 72 वर्षीय रामदास के अलावा ट्यूशन पढ़कर लौट रहे 12 वर्षीय सौम्य गुप्ता, नौ वर्षीय प्रयांशु गुप्ता और उनकी मां आयुषी भी मलबे की चपेट में आ गई। सूचना पर पुलिस और दमकल विभाग की सात गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। भीड़भाड़ वाला इलाका होने की वजह से पुलिस व दमकल कर्मियों को बचाव कार्य में परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके बाद निगम, एनडीआरएफ , सिविल डिफेंस और कैट्स की गाड़ियां भी बुलाई गई।
बचाव कार्य में जुटे कर्मचारियों ने करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद चारों को मलबे से निकालकर बाड़ा हिंदू राव अस्पताल पहुंचाया। यहां सौम्य गुप्ता और प्रयांशु गुप्ता को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। तीन श्रमिकों के और दबे होने की आशंका हादसे के दौरान भूतल पर तीन श्रमिक निर्माण कार्य कर रहे थे।
इन श्रमिकों का भी पता नहीं चल सका है। ऐसे में आशंका है कि मलबे में ये तीनों श्रमिक भी दबे हो सकते हैं। मलबा हटाए जाने का काम देर रात तक चल रहा था। पूरे दिन में सड़क का मलबा ही हटाया जा सका था।