पंजाब के बाद अब राजस्थान की बारी! सचिन की राहुल से लंबी चर्चा,सोनिया की गहलोत से वार्ता के बाद अटकलें तेज

जयपुर : पंजाब के बाद अब कांग्रेस आलाकमान राजस्थान के विवाद का निस्तारण करने की तैयारी में है । इस सिलसिले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से टेलीफोन पर बात होने की जानकारी मिली है।

उधर, पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट से बात की है । राहुल गांधी से साथ पायलट की करीब दो घंटे तक मुलाकात हुई है ।

बगावत के बाद डेढ़ साल में पायलट की राहुल गांधी से यह पहली मुलाकात है । पायलट की कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से भी बात हुई है। संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी अजय माकन गहलोत व पायलट दोनों के संपर्क में हैं। सोमवार को भी वेणुगोपाल की पायलट से बात हुई है।

एक राष्ट्रीय पदाधिकारी ने बताया कि राहुल गांधी और पायलट के बीच तीन मुद्दों पर बातचीत हुई। इनमें एक तो खुद पायलट की भूमिका को लेकर, दूसरा राज्य मंत्रिमंडल में फेरबदल और तीसरा संगठन में बदलाव को लेकर। गौरतलब है कि राज्य में पिछले डेढ़ साल से पार्टी के निचले स्तर तक पदाधिकारी नियुक्त नहीं किए गए हैं।

पायलट खेमे की बगावत के समय ब्लाक और जिला कांग्रेस कमेटियां भंग कर दी गई थीं, जिसके बाद से अब तक इनका गठन नहीं हो सका है । गहलोत और पायलट के बीच चल रही खींचतान के कारण माकन संगठनात्मक नियुक्तियों का काम पूरा नहीं कर सके हैं।

उन्होंने दोनों नेताओं के बीच सहमति बनाने को लेकर कई बार प्रयास किए, लेकिन सफल नहीं हो सके । बदलाव का रोडमैप तैयार सूत्रों के अनुसार पार्टी आलाकमान ने राज्य की सत्ता व संगठन में बड़े बदलाव का पूरा रोडमैप तैयार कर लिया है । बदलाव पूरी तरह से आलाकमान के स्तर पर होगा। हटाए जाने और नए बनने वाले मंत्रियों के नाम आलाकमान तय करेगा।

इसी तरह जिला कांग्रेस कमेटियों में अध्यक्षों के नामों का चयन भी शीर्ष स्तर पर होगा। इस संबंध में माकन ने जिलावार विधायकों व वरिष्ठ नेताओं से फीड़बैक लिया है । बदलाव करने को लेकर दो सप्ताह पहले पूरी तैयारी कर ली गई थी, लेकिन गहलोत के बीमार होने के कारण इसे टाल दिया गया ।

अब गहलोत स्वस्थ हो गए हैं । सोमवार को उन्होंने एक बैठक भी ली है। पायलट दिल्ली में, गहलोत समर्थक भी पहुंचे पायलट पिछले पांच दिन से दिल्ली में हैं। वह अपने समर्थक विधायकों को सत्ता व संगठन में भागीदारी दिलाने की कोशिश में जुटे हैं । वहीं गहलोत समर्थक कुछ विधायकों के सोमवार को दिल्ली पहुंचने की जानकारी सामने आई थी। 

Share this with Your friends :

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter