वार्सेस्टर : भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज ने कहा कि उनकी रन बनाने की भूख अब भी वैसी ही है जैसे 22 साल पहले हुआ करती थी और वह अगले साल न्यूजीलैंड में होने वाले वनडे विश्व कप के लिए अपनी बल्लेबाजी को नए मुकाम पर ले जाने की कोशिश कर रही हैं।
मिताली की 89 गेंदों पर नाबाद 75 रन की पारी से भारत ने शनिवार को तीसरे और अंतिम वनडे में इंग्लैंड को चार विकेट से हराया। इस पारी के दौरान मिताली महिला क्रिकेट में सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय रन बनाने वाली बल्लेबाज भी बनीं।
मिताली के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अब 10337 रन हो गए हैं। उन्होंने इंग्लैंड की पूर्व कप्तान चार्लोट एडवर्ड्स (10,273) को पीछे छोड़ा। महिला क्रिकेट में केवल इन्हीं दो खिलाड़ियों ने 10,000 से अधिक अंतरराष्ट्रीय रन बनाए हैं। साथ ही मिताली महिला क्रिकेट में सर्वाधिक वनडे मैच जीतने वाली कप्तान भी बन गई।
उन्होंने बेलिंडा क्लार्क का रिकार्ड तोड़ा, जिनकी कप्तानी में आस्ट्रेलिया ने 83 वनडे जीते थे। आयरलैंड के खिलाफ 26 जून 1999 को मिल्टन केयेंस में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने वाली मिताली ने कहा, ‘जिस तरह से चीजें आगे बढ़ी हैं, यह यात्रा आसान नहीं रही।
इसकी अपनी परीक्षाएं और चुनौतियां थीं। मेरा हमेशा मानना रहा है कि परीक्षाओं का कोई उद्देश्य होता है। ऐसा भी समय आया जब विभिन्न कारणों से मुझे लगा कि अब बहुत हो चुका, लेकिन कोई ऐसी चीज थी जिससे मैं खेलती रही और अब मुझे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 22 साल हो गए हैं, लेकिन रनों की भूख अब भी कम नहीं हुई है। मेरे अंदर अब भी वही जुनून है, मैदान पर उतरकर भारत के लिए मैच जीतना।
जहां तक मेरी बल्लेबाजी का सवाल है तो मुझे लगता है कि इसमें अब भी सुधार की संभावना है और इस पर मैं काम कर रही हूं। कुछ ऐसे आयाम हैं जिन्हें मैं अपनी बल्लेबाजी में जोड़ना चाहती हूं।
मिताली ने 2019 में ही टी-20 क्रिकेट से संन्यास ले लिया था और वह पहले ही संकेत दे चुकी हैं कि न्यूजीलैंड में चार मार्च से तीन अप्रैल 2022 के बीच होने वाला महिला विश्व कप उनका आखिरी टूर्नामेंट होगा। 38 वर्षीय मिताली बल्लेबाजी में अपनी भूमिका निभाने के साथ अन्य खिलाड़ियों के लिए मार्गदर्शक की भूमिका का पूरा आनंद उठा रही हैं।