नई दिल्ली : इजरायली स्पाइवेयर पेगासस के संभावित लक्ष्यों में जेट एयरवेज के पूर्व अध्यक्ष नरेश गोयल, स्पाइसजेट के प्रबंध निदेशक अजय सिंह और एस्सार ग्रुप के प्रशांत रूइया के नाम शामिल थे।
एक न्यूज वेबसाइट की तरफ से जारी नई सूची से यह जानकारी सामने आई है। लीक सूची के मुताबिक गेल इंडिया के पूर्व प्रमुख बीसी त्रिपाठी भी संभावित निगरानी वाले लक्ष्यों में शामिल थे।
इस सूची में रोटोमैक पेंस के विक्रम कोठारी, उनके बेटे राहुल और एयरसेल के पूर्व प्रवर्तक सी शिवशंकरन भी शामिल हैं। वेबसाइट की रिपोर्ट में कहा गया है कि बड़ी निजी कंपनियों में काम करने वाले कम से कम तीन अधिकारियों के नाम भी सूची में शामिल थे।
संभावित निगरानी लक्ष्यों में अदाणी समूह के मध्यम स्तर के अधिकारी, एस्सार समूह के साथ काम करने वाले एक व्यक्ति और स्पाइसजेट के साथ पूर्व में रह चुके एक व्यक्ति शामिल थे।
वेबसाइट के मुताबिक लंबे समय तक रिलायंस इंडस्ट्रीज से जुड़े रहे वी बालसुब्रमण्यम और रिलायंस एडीए ग्रुप के एन सेतुरमन संभावित जासूसी लक्ष्यों में शामिल थे। भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआइसी) के एक पूर्व प्रमुख और गुजरात नर्मदा घाटी उर्वरक निगम के एक पूर्व कार्यकारी निदेशक के नंबर भी सूची में दिखे हैं।
उद्योग जगत से जुड़े कम से कम पांच अधिकारी भी शामिल लीक सूची में भारत के म्युचुअल फंड उद्योग से जुड़े कम से कम पांच कारपोरेट अधिकारियों के नंबर भी शामिल हैं, जिनमें फ्रैंकलिन टेम्पलटन, डीएसपी ब्लैकराक और मोतीलाल ओसवाल जैसी कंपनियों के पेशेवर शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते अंतरराष्ट्रीय मीडिया संघ ने दावा किया था कि 300 से अधिक सत्यापित मोबाइल फोन नंबरों को एएसओ ग्रुप के पेगासस स्पाइवेयर के जरिए हैक करने के लिए निशाना बनाया गया होगा।
इनमें दो मंत्रियों, 40 से अधिक पत्रकारों, तीन विपक्षी नेताओं के अलावा भारत में दर्जनों कारोबारियों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के नंबर शामिल रहे होंगे। एनएसओ ग्रुप विभिन्न सरकारों को पेगासस की ब्रिक्री करता है।