मुंबई : राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने महाराष्ट्र में अपनी सहयोगी पार्टी कांग्रेस पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोगों को स्वीकार कर लेना चाहिए कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक अब उनका बोलबाला नहीं रहा, जैसा कि एक जमाने में था।
उन्होंने मुख्य विपक्षी पार्टी को वास्तविकता स्वीकार कर लेने का सुझाव भी दिया। एक निजी मीडिया समूह से बात करते हुए पवार ने कहा कि एक समय था, जब कांग्रेस कश्मीर से कन्याकुमारी तक में थी।
लेकिन अब ऐसी स्थिति नहीं है। इस वास्तविकता को स्वीकार कर लेना चाहिए। एक बार जब मानसिक रूप से कांग्रेस इस तथ्य को मान लेगी तो अन्य विपक्षी पार्टियों से उसकी नजदीकी बढ़ेगी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, जब नेतृत्व का सवाल आता है तो कांग्रेस के हमारे सहयोगी इसके लिए तैयार भी नहीं होते कि वे किसी दूसरे विकल्प पर विचार करें।
पवार को बताया गया कि जब 2024 के लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी को विपक्ष का संयुक्त चेहरा बनाने की चर्चा चली तो कांग्रेस के लोगों ने कहा कि उनके पास राहुल गांधी हैं।
पवार ने कहा कि सभी पार्टियां विशेषकर कांग्रेस के सहयोगी नेतृत्व के सवाल पर अलग रुख अपनाने के लिए तैयार नहीं होते हैं। अपनी बात समझाने के लिए राकांपा अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश के जमींदारों का किस्सा सुनाया।
कहा कि किसी समय उत्तर प्रदेश में जमींदारों के पास बहुत सारी जमीन और हवेली हुआ करती थी। बाद में सीलिंग कानून के चलते उनकी जमीन घट गई। उनके पास हवेली तो बनी रही लेकिन उसके रख-रखाव और मरम्मत कराने की क्षमता नहीं रही।