पलामू : झारखंड के पलामू जिले में नौ सितंबर 2021 को जिस खुशबुन निशा को मृत समझकर स्वजन ने दफना दिया था, वह रविवार रात छतरपुर बाजार में अपने बेटे के साथ टहलती मिली।
वहीं, खुशबुन की हत्या के आरोप में पुलिस ने उसके पति को जेल भेज दिया है। पुलिस की जांच पर तो यहां सवाल उठ ही रहे हैं, यह भी प्रश्न खड़ा हो गया है कि जिस महिला को खुशबुन समझ दफनाया गया वह कौन थी।
मसले को सुलझाने के लिए पुलिस ने कब्र से महिला का शव निकाल कर डीएनए जांच कराने का निर्णय लिया है। छतरपुर पुलिस ने खुशबुन से पूछताछ की तो उसने पूरे मामले पर हैरानी जताई।
कहा, मेरे पति ने पांच शादियां की हैं। मैं उसके साथ नहीं रहती, उससे मेरे संबंध अच्छे नहीं थे। मैं उससे अलग रह रही थी, मेरे स्वजन को भी इसकी जानकारी नहीं थी। वहीं, उसने यह भी बताया कि मुझे नहीं पता था कि मेरी हत्या के आरोप में मेरा पति जेल में है।
मालूम हो कि आठ सितंबर को पलामू के हरिहरगंज थाना क्षेत्र में झाड़ियों में नग्न अवस्था में एक महिला का शव मिला था। उसके चेहरे को पत्थर से कुचल दिया गया था। वहीं, जाबिर अंसारी ने शव की पहचान अपनी पत्नी खुशबुन निशा के रूप में की थी। हरिहरगंज थाने में हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। शव की पहचान खुशबुन के मायके के लोगों ने भी की थी।
पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस ने शव को मायके वालों के हवाले कर दिया गया था। खुशबुन के पिता सुलेमान मियां ने दामाद जाबिर अंसारी व उनके स्वजन पर मुकदमा किया था।
इसके बाद शव को दफना दिया गया था। इसी आधार पर पुलिस ने महिला के पति जाबिर अंसारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।