कोरोना खिलाफ लड़ाई : भारत-रूस में विदेश व रक्षा मंत्रियों की टू प्लस टू वार्ता पर सहमति

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज रूस के राष्ट्रपति महामहिम व्लादिमीर पुतिन के साथ टेलीफोन पर बातचीत की।दोनों नेताओं ने कोविड-19 महामारी से पैदा हुए हालात पर चर्चा की। राष्ट्रपति पुतिन ने भारत के लोगों और सरकार के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए यह संदेश दिया कि रूस इस महामारी में हरसंभव सहयोग करेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को धन्यवाद दिया और कहा कि रूस का भारत को शीघ्र सहयोग करना हमारी स्थायी साझेदारी का प्रतीक है।

दोनों नेताओं ने वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए दोनों देशों के बीच जारी सहयोग पर चर्चा की। राष्ट्रपति पुतिन ने स्पूतनिक-वी वैक्सीन को भारत में आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी दिए जाने की सराहना की। यह भी चर्चा हुई कि भारत, रूस और अन्य देशों में इस्तेमाल के लिए रूसी वैक्सीन भारत में बनाई जाएगी।

दोनों नेताओं ने विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त साझेदारी की भावना के तहत विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने के महत्व पर जोर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के गगनयान कार्यक्रम के लिए रूस से मिले सहयोग और चार गगनयान अंतरिक्ष यात्रियों के प्रशिक्षण का रूसी चरण पूरा होने की सराहना की।

पीएम मोदी और व्लादिमीर पुतिन ने हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था सहित नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।  दोनों देशों में टू-प्लस-टू मंत्रीस्तरीय संवाद स्थापित करने पर सहमति जताई, जिसमें विदेश और रक्षा मंत्री शामिल होंगे।

दोनों नेताओं ने सितंबर 2019 में व्लादिवोस्तोक में अपने आखिरी शिखर बैठक के दौरान लिए गए महत्वपूर्ण फैसलों को याद किया। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि वह इस साल के आखिर में द्विपक्षीय सम्मेलन के लिए राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा को लेकर उत्सुक हैं, जो उनकी व्यक्तिगत और विश्वसनीय बातचीत को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगा। राष्ट्रपति पुतिन ने आश्वासन दिया कि 2021 के दौरान ब्रिक्स की सफलतापूर्वक अध्यक्षता के लिए रूस भारत को पूरा सहयोग करेगा। दोनों नेता द्विपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर लगातार संपर्क में बने रहने पर सहमत हुए।

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