बेंगलुरु में हिंद महासागर क्षेत्र के रक्षा मंत्रियों के सम्मेलन की रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज मेज़बानी की। सम्मेलन का विषय है..’हिंद महासागर में शांति, सुरक्षा और सहयोग में वृद्धि’। सम्मेलन में IndianOcean रीजन के देशों ने आपसी सहयोग चर्चा की…रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा हिंद महासागर क्षेत्र के सभी देशों के शांतिपूर्ण और समृद्ध सह-अस्तित्व के लिए भारत को सक्रिय भूमिका निभानी है।
गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एयरो इंडिया में इंडियन ओशन रीजन के रक्षा मंत्रियों के सम्मेलन की मेज़बानी की। इस कॉन्क्लेव के लिए 25 देशों ने हिस्सा लिया। सम्मेलन का व्यापक विषय ‘हिंद महासागर में शांति, सुरक्षा और सहयोग में वृद्धि’ है। इस मौक़े पर रक्षा मंत्रीराजनाथ सिंह ने कहा कि इस क्षेत्र के कुछ देशों के पास वैश्विक स्तर की रक्षा प्रणाली है जिसका फ़ायद पूरे क्षेत्र को हो सकता है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में भारत सबसे बड़ा देश है और भारत की 7,500 किलोमीटर की विशाल तट रेखा है। हिंद महासागर क्षेत्र के सभी देशों के शांतिपूर्ण और समृद्ध सह-अस्तित्व के लिए भारत को सक्रिय भूमिका निभानी है। सम्मेलन में IndianOcean रीजन के देशों ने आपसी सहयोग चर्चा की। सम्मेलन में रक्षा मंत्री ने कहा की भारत अपने पड़ोसी मित्रदेशों को स्वदेश में निर्मित रक्षा साजों सामान मुहैया कराने को तैयार है।
रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि के विकास को बढ़ावा देने के लिए बातचीत एक पहल है। Indian Ocean region से सटे देशों में दुनिया की क़रीब चालीस फ़ीसदी आबादी रहती है और इस लिहाज़ से ये क्षेत्र ना केवल व्यापार बल्कि सुरक्षा के लिहाज़ से ख़ासा अहम हो जाता है।