स्पेन । वैसे ही काेरोना संक्रमण लोगों की जान पर भारी पड़ रहा है। वहीं कुछ स्वार्थी लोग ऐसे भी हैं जो लोगों को जानबूझकर संक्रमित कर रहे हैं। स्पेन में एक ऐसे ही शख्स के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है, जिसने 22 लोगों को मौत के मुंह में धकलने की कोशिश की। कोरोना की जंग में जहां सारा विश्व जूझ रहा है वहीं इस तरह की हरकत से लोगों में दहशत फैलने लगी है।
कोरोना वायरस के कहर से पूरी दुनिया जूझ रही है। चारों तरफ तबाही का मंजर देखने के बाद भी कुछ लोग जानबूझकर अपनी हरकतों से खुद की जिंदगी तो खतरे में डाल ही रहे हैं, दूसरों को भी मौत के मुंह में धकेलने से बाज नहीं आ रहे। दरअसल, स्पेन में 40 वर्षीय एक शख्स को 22 लोगों में कोरोना संक्रमण फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
स्पेन की पुलिस ने जानकारी दी कि मलोर्का शहर से शनिवार को इस 40 वर्षीय शख्स को गिरफ्तार किया गया है। यह शख्स कोरोना पॉजिटिव है और उसने जानबूझकर 22 लोगों में कोरोना फैलाया है। जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।
यूरो न्यूज के मुताबिक, कोरोना वायरस के लक्षण होने और आरटी-पीसीआर टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने के बाद भी यह आदमी सामान्य जीवन जीता रहा। उसके ऑफिस के सहकर्मियों ने पुलिस को बताया कि वह 40 डिग्री सेल्यियस बुखार में ही काम करने जाता था।
पुलिस ने बताया कि उसने अपने वर्कप्लेस यानी दफ्तर में जोर से खांसी की, अपने चेहरे से मास्क हटाया और लोगों से बोला कि वह सबको कोरोना वायरस फैलाएगा। पुलिस ने बताया कि उसने आठ लोगों में प्रत्यक्ष तौर पर कोरोना संक्रमण फैलाया, जबकि उससे 14 और लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से कोरोना हुआ।

पुलिस के मुताबिक, उसके जरिए जिन लोगों को कोरोना हुआ है, वह उनके दफ्तर और जिम के लोग हैं। हैरानी का बात यहां यह है कि जिन लोगों को इस शख्स से कोरोना हुआ है, उनमें से तीन बच्चे हैं, जिनकी उम्र अभी महज एक साल ही हैं। बता दें कि स्पेन में भी कोरोना का कहर काफी ज्यादा देखा गया।