- नई दिल्ली : मध्य जिला पुलिस के वाहन चोरी निरोधक दस्ते (एएटीएस) की टीम ने अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने कश्मीर के बारामुला इलाके के दोबागाह निवासी शौकत अहमद उर्फ मल्ला (25) व उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कैराना निवासी मुहम्मद जुबैर (22) को गिरफ्तार किया है।
आरोपित शौकत चोरी की गाड़ियों को खरीदने हवाई जहाज से दिल्ली आता था, जबकि जुबैर अपने अन्य साथियों को गाजियाबाद के लोनी निवासी नूर मुहम्मद उर्फ रिंकू, बागपत निवासी जुबैर व अब्बास के साथ गाड़ियों की चोरी करता था। कार्रवाई के दौरान रिंकू फरार हो गया।
पुलिस ने गिरोह के पास से चोरी की चार महंगी गाड़ियां, एक पिस्टल, 100 फर्जी नंबर प्लेट, 120 नकली चाबियां, टूलकिट और कार के 10 उपकरण बरामद किए हैं। मध्य जिला पुलिस उपायुक्त जसमीत सिंह ने बताया कि एएटीएस के इंचार्ज एसआइ संदीप गोदारा की टीम को कश्मीर के शौकत और कैराना के जुबैर की जानकारी मिली।
पुलिस ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि शनिवार को शौकत जुबैर और रिंकू से चोरी की कार की डिलीवरी लेने पहाड़गंज इलाके के केंद्रीय भंडार के पास आने वाला है। इस सूचना पर पुलिस टीम ने कार्रवाई कर शौकत व जुबैर को पकड़ लिया। वहीं रिंकू किसी तरह वहां से फरार हो गया।
आरोपितों के पास से बरामद बलेनो कार मुखर्जी नगर इलाके से चोरी की मिली। पूछताछ में पता चला कि आरोपित जुबैर व रिंकू चोरी की गाड़ियों को शौकत को देते थे। शौकत हवाई जहाज से दिल्ली आकर गाड़ियों को लेकर कश्मीर चला जाता था।
वहां वसीम शेख नाम के व्यक्ति को गाड़ियां बेच देता था। वसीम इनके इंजन व चेसिस नंबर बदलकर आगे बेचता है। 2015 से शौकत कर रहा था यह धंधा शौकत 2015 से अब तक 100 से अधिक चोरी की गाड़ियों को कश्मीर पहुंचा चुका है।
वह कश्मीर में सरकारी सिविल कांट्रैक्टर का काम भी करता है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपित चोरी की गाड़ियों को सड़क मार्ग से कश्मीर ले जाता था।
इसके लिए आरोपित फर्जी गाड़ी खरीद की एफिडेविड बनवाते थे, जिससे मार्ग पर पुलिस की जांच से बचा जा सके। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कश्मीर में कहीं चोरी की गाड़ियों का आतंकी गतिविधियों में इस्तेमाल तो नहीं किया गया है।