दतिया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की सोच थी कि सबसे पहल समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति का विकास हो। उनकी इस सोच को क्रियांवित करने के लिए केंद्र एवं प्रदेश सरकार ने समाज के आखिरी पंक्ति के व्यक्ति को ध्यान में रखकर कार्यक्रम एवं योजनाएं बनाई है। जिनका लाभ इन वर्गों तक पहुंच सके। यह बात
गृहमंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा ने शनिवार को रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय झांसी द्वारा वृन्दावन धाम दतिया में आयोजित कृषि सामग्री वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।
इस मौके पर गृहमंत्री ने अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के 150 कृषकों को 10 लाख की लागत के उन्नत कृषि यंत्रों का वितरण भी किया। जिसमें नौनेर ग्राम के 53 कृषक भी लाभांवित हुए। इस अवसर पर गृहमंत्री ने किसानों से आग्रह किया कि परंपरागत फसलों के साथ आधुनिक एवं उन्नत तकनीकी का उपयोग कर सफेद मूसली, अंजीर जैसे अधिक आय देने वाली फसलंे लें। उन्होंने कहाकि कृषि वैज्ञानिकों द्वारा उन्नत तकनीकी एवं बीज, आधुनिक सिंचाई पद्धति को अपनाकर कम लागत में अधिक आय लेने के जो टिप्स दिए गए हैं, उन्हें अपने खेती किसानी के कार्य में उपयोग कर जमीनी को खाली न रहने दें। बल्कि तीन फसलें लें, जिससे हमारी आने वाली पीढ़ी की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।
जून तक तैयार होंगे बेटनरी एवं फिशरीज कालेज
कार्यक्रम के शुरू में कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डा. अरविंद कुमार ने स्वागत भाषण देते हुए कहाकि नौनेर में निर्माणाधीन वेटनरी एवं फिसरीज महाविद्यालय का कार्य आगामी जून माह तक पूर्ण कर लिया जाएगा। जिससे उक्त महाविद्यालय शीघ्र शुरू हो जाएंगे। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम को जनप्रतिनिधि व कृषि वैज्ञानिकों ने भी संबोधित किया।