लंदन : ब्रिटेन स्थित जस्टिस एब्राड के निदेशक माइकल पोलक ने भगोड़े भारतीय कारोबारी मेहुल चोकसी के मामले में कैरीकाम (कैरीबियाई समुदाय) से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है। पोलक का कहना है कि वे चोकसी की कानूनी टीम के सदस्य के रूप में काम कर रहे हैं।
उन्होंने चोकसी को एंटीगुआ का नागरिक बताते हुए कैरीकाम से इस मामले में दखल देने का अनुरोध किया है। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से जुड़े मनी लांड्रिंग और धोखाधड़ी मामले में चोकसी भारत में वांछित है।
पोलक ने दावा किया कि चोकसी को एंटीगुआ में बहाने से एक विला में बुलाया गया, फिर उसकी पिटाई की गई। उसे एक व्हीलचेयर से बांध दिया गया और फिर समुद्र के रास्ते डोमिनिका की ओर भेज दिया गया था।
उन्होंने कहा कि यह कानून के शासन का स्पष्ट उल्लंघन है और कैरीबियाई समुदाय के राजनीतिक संगठनों के लिए एक बड़ी परीक्षा है।
पोलक ने कहा कि चोकसी को एंटीगुआ से अपहरण कर डोमिनिका ले जाए जाने की घटना ने कैरीबियाई देशों की ओर विश्व का ध्यान आकृष्ट किया और हमने इस संगठन (कैरीकाम) से इस मानवधिकार उल्लंघन के बारे में अब तक कुछ नहीं सुना है।
गौरतलब है कि चोकसी डोमिनिका में अवैध रूप से प्रवेश करने के आरोपों का सामना कर रहा है और वह 30 मई से अस्पताल में भर्ती है।