नारायणपुर : छत्तीसगढ़ में नारायणपुर जिला मुख्यालय से लगभग 50 किमी दूर ओरछा और छोटे डोंगर के बीच आमदई घाटी में एक कंपनी द्वारा कराए जा रहे सड़क निर्माण के दौरान शनिवार सुबह नक्सलियों ने हमला कर दिया। उन्होंने कंपनी के मुंशी को पीट-पीटकर मार डाला। घबराकर सभी मजदूर भाग गए।
इसके बाद नक्सलियों ने चार पोकलेन मशीनों और दो हाइवा को आग लगा दी। भागने से पहले उन्होंने करीब डेढ़ किलोमीटर दूर स्थित सुरक्षाबलों के कैंप की ओर राकेट लांचर भी छोड़ा, जो कि फटा नहीं।
वारदात के बाद मौके पर पहुंचे फोर्स के जवान नक्सलियों की तलाश में जुटे हुए थे। वहीं, नारायणपुर जिले के एक अन्य मामले में फोर्स ने दो नक्सलियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है।
दरअसल, आमदई घाटी के लौह अयस्क की खदान तक पहुंचने के लिए सड़क का निर्माण किया जा रहा है। इसके दोनों छोर पर सुरक्षाबलों के दो कैंप खोले गए हैं।
शनिवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे हथियारबंद कई नक्सली सड़क निर्माण स्थल पर पहुंचे और मजदूरों व मुंशी दुर्ग निवासी प्रदीप शील की पिटाई शुरू कर दी।
प्रदीप को इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई। बाकी मजदूर भागने में सफल हो गए। एएसपी नीरज चंद्राकर ने बताया कि पुलिस ने नक्सलियों की जंगल में तलाश की है।
गौरतलब है कि नक्सली आमदई स्थित खदान के आवंटन का विरोध करते रहे हैं। कुछ साल पहले भी नक्सलियों ने इसी खदान में काम कर रहे दो सुपरवाइजरों की हत्या कर दी थी।