इस्लामाबाद : अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा होने के बाद पाकिस्तान की तीन संसदीय समितियों ने सेना के शीर्ष अधिकारियों से कश्मीर सहित अन्य मुद्दों पर सुरक्षा संबंधी जानकारी मांगी है।
इन समिति सदस्यों को सेना के मुख्यालय में एक बैठक कर बाहरी और आंतरिक सुरक्षा की जानकारी दी जाएगी। विपक्षी दलों ने कहा है कि यह बैठक संसद में होनी चाहिए।
अफगानिस्तान में तेजी से हालात बदलने और क्षेत्रीय स्थिति में बदलाव के बाद पाक सेना के साथ यह पहली सुरक्षा बैठक होगी। डान अखबार की रिपोर्ट के अनुसार संसद की कश्मीर कमेटी के साथ ही सीनेट और नेशनल असंेंबली की रक्षा मामलों की स्थायी समितियों के सभी सदस्य बैठक में शामिल होंगे।

यह बैठक कई घंटे चलने की संभावना है और इस बैठक में पाक सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा भी सुरक्षा संबंधी जानकारी देंगे। सेना मुख्यालय पर बैठक करने पर विपक्षी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने आपत्ति जताई है।
पार्टी के सीनेट सदस्य रजा रब्बानी ने मांग की है कि यह बैठक सेना मुख्यालय में नहीं, संसद में ही की जानी चाहिए। 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा होने के बाद से विपक्षी पार्टियां सरकार से संसद में पूरी जानकारी दिए जाने की मांग कर रही हैं।