वाशिंगटन : अमेरिका ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के एयरपोर्ट पर हुए आत्मघाती हमले का 48 घंटे के अंदर बदला ले लिया है। हमले के साजिशकर्ता एक आइएस आतंकी को ढेर कर दिया गया। उसे अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत में शुक्रवार रात ड्रोन हमले में निशाना बनाया गया।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक दिन पहले हमले का बदला लेने का वादा किया था और कहा था कि दोषियों को खोजकर मारेंगे। काबुल एयरपोर्ट पर गुरुवार को हुए दो धमाकों में 13 अमेरिकी सैनिकों समेत 182 लोगों की मौत हुई थी। मरने वालों में 169 अफगान थे। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) से संबद्ध आइएस-खुरासान ने हमले की जिम्मेदारी ली थी।
अमेरिकी मध्य कमान के प्रवक्ता कैप्टन बिल अर्बन ने कहा, ‘अमेरिकी सैन्य बलों ने आइएस-खुरासान के खिलाफ आतंक रोधी अभियान चलाया। अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत में मानवरहित हवाई हमले को अंजाम दिया गया। हमें प्रारंभिक तौर पर लक्ष्य के खात्मे का संकेत मिला है। किसी नागरिक के हताहत होने की खबर नहीं है।’
हालांकि, समाचार एजेंसी रायटर के मुताबिक शनिवार देर रात एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि ड्रोन हमले में मारा गया आतंकी इस्लामिक स्टेट के बड़े आतंकियों शायद शामिल नहीं था। इसलिए आइएस के बड़े आतंकियों को लक्ष्य कर अभी और हमले किए जा सकते हैं। अमेरिकी हवाई हमले से एक दिन पहले बाइडन ने कहा था कि आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को खोजकर मारेंगे।
दोषियों को काबुल हमले की कीमत चुकानी होगी। उन्होंने अपने सैन्य अधिकारियों को कार्रवाई करने का आदेश दिया था। समाचार एजेंसी रायटर के अनुसार, पश्चिमी देशों के साथ ही तालिबान ने भी बताया है कि धमाके के बाद कुछ गिरफ्तारियां की गई हैं।
रीपर ड्रोन से किया गया हमला समाचार एजेंसी रायटर के अनुसार, अमेरिका के एक अधिकारी ने बताया कि आइएस आतंकी के खिलाफ ड्रोन हमले को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया। इसके लिए मानवरहित रीपर ड्रोन का उपयोग किया गया।
इस ड्रोन को पश्चिम एशिया के एक ठिकाने से रवाना किया गया था। नांगरहार में सुने गए कई धमाके रायटर के अनुसार, पाकिस्तान से सटे नांगरहार की राजधानी जलालाबाद के निवासियों ने शनिवार को बताया कि मध्य रात्रि में कई धमाकों की आवाज सुनाई दी। मलिक अदीब नामक एक निवासी ने बताया कि तीन लोगों की मौत हुई और चार घायल हुए हैं। अफगानिस्तान के इस प्रांत को आइएस-खुरासान का गढ़ बताया जाता है।
यह माना जाता है कि यहां हजारों की संख्या में आइएस आतंकी हैं। काबुल में और हमले की चेतावनी व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति बाइडन की राष्ट्रीय सुरक्षा टीम ने काबुल में और आतंकी हमले की चेतावनी दी है। इस बारे में टीम ने बाइडन को अवगत कराया है।
टीम ने बताया है कि आने वाले दिनों में अफगानिस्तान से लोगों की निकासी का अभियान बेहद खतरनाक होगा। लेकिन खतरे के बावजूद अमेरिका के साहसी सैनिक और लोग निकासी अभियान को अंजाम दे रहे हैं।
काबुल एयरपोर्ट से दूर रहें अमेरिकी समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, अमेरिका ने अपने नागरिकों को काबुल एयरपोर्ट के प्रवेश द्वारों से दूर रहने को कहा है। सुरक्षा खतरों का हवाला देते हुए काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास ने एक बयान में कहा है कि अमेरिकी नागरिक एयरपोर्ट के गेट से तुरंत दूर हो जाएं।