न्यूयार्क : अमेरिका में आए आइडा समुद्री तूफान के असर से हुई तेज बारिश और बाढ़ में फंसकर भारतीय मूल के चार लोगों के मारे जाने की खबर है। भारतीयों से जुड़ी ये घटनाएं न्यूजर्सी और न्यूयार्क की हैं। आइडा तूफान 29 अगस्त को लुसियाना तट से टकराया था।
यह 2005 में आए कैटरीना तूफान के बाद अमेरिका में सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाली आपदा है। न्यूजर्सी के एडीसन इलाके के निवासी धनुष रेड्डी (31) की मौत पिछले सप्ताह सीवर पाइप में बह जाने से हुई। वह ज्यादा बारिश से आई बाढ़ के पानी में फंसकर बह गए थे।
इलाके में एक और आदमी भी बहकर सीवर पाइप में पहुंच गया था लेकिन उसे बचा लिया गया। जबकि धनुष का शव लापता होने के एक दिन बाद कई मील दूर जंगली इलाके में पाया गया। न्यूयार्क टाइम्स के अनुसार बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान भूमिगत तलों और भूतल पर रहने वालों को हुआ है।
कई शहरों में ये लोग अवैध रूप से कम किराये वाले आवासों में रह रहे थे। निचले स्थानों के इन आवासों में कुछ घंटों में पानी भर गया। जिन इलाकों में रात में पानी भरा, वहां रहने वालों को बचाव का समय भी नहीं मिला। इसलिए बाढ़ से प्रभावित होने वालों में ज्यादातर गरीब तबके के लोग हैं।
बाढ़ से क्वींस शहर के चार सदस्यों वाले रामकीर्ति परिवार को बड़ा नुकसान हुआ। भूतल पर बने घर में गुरुवार को जब कई फीट ऊंचा पानी आ गया तब परिवार को उसका पता चला। हड़बड़ी में उठे दामेश्वर रामकीर्ति उस पानी में बहने लगे तो उनकी पत्नी तारा ने हाथ पकड़कर उन्हें बचाना चाहा।
लेकिन जल्द ही तारा का हाथ छूट गया। पानी के बहाव में दामेश्वर तो बच गए लेकिन तारा और उनका 22 साल का बेटा निक नहीं बच पाए। बुधवार को न्यूजर्सी निवासी भारतीय मूल की मालती कांचे (46) जब अपनी 15 साल की बेटी के साथ कार से जा रही थीं, उसी समय बाढ़ के पानी ने उन्हें घेर लिया।
पानी के बहाव से बचने के लिए दोनों कार से निकलकर नजदीक लगे पेड़ के पास आ गईं और उसे पकड़कर पानी के बहाव से बचने की कोशिश करने लगीं। लेकिन थोड़ी देर में वह पेड़ टूटकर गिर गया और पानी के साथ बहने लगा। मालती और उनकी बेटी भी बहने लगीं। बेटी किसी तरह बच गई लेकिन मालती नहीं बच पाईं। शुक्रवार को प्रशासन ने उनकी मौत की पुष्टि कर दी।