कोलकाता : बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा के मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच टीम (एसआइटी) के कामकाज की निगरानी कलकत्ता हाई कोर्ट की पूर्व मुख्य न्यायाधीश मंजुला चेल्लूर करेंगी। कलकत्ता हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश राजेश बिंदल की अगुआई वाली पांच सदस्यीय पीठ ने शुक्रवार को चेल्लूर को एसआइटी जांच की निगरानी के लिए नियुक्त किया।
गौरतलब है कि पीठ ने पिछले महीने 19 अगस्त को बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा में दुष्कर्म और हत्या जैसे गंभीर मामलों की जांच सीबीआइ को सौंपी थी। इसके अलावा हिंसा से जुड़े अन्य मामलों की जांच के लिए एक एसआइटी के गठन का आदेश दिया था। हाई कोर्ट ने बंगाल कैडर के तीन वरिष्ठ आइपीएस अधिकारियों को इस एसआइटी का सदस्य नियुक्त किया था। इसमें सोमेन मित्रा, सुमन बाला साहू और रणबीर कुमार शामिल हैं।\
सीबीआइ ने मामले में की तीसरी गिरफ्तारी सीबीआइ ने चुनाव बाद हिंसा के एक मामले की जांच के सिलसिले में उत्तर 24 परगना जिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि दो मई को विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद भाजपा के एक कार्यकर्ता की मां की हत्या के आरोपित रतन हल्दर को जगदल इलाके से पकड़ा गया है।
सीबीआइ ने चुनाव नतीजों की घोषणा के बाद भाजपा के एक कार्यकर्ता की हत्या में शामिल होने के आरोप में 28 अगस्त को नदिया जिले से दो लोगों विजय घोष व असिम घोष को गिरफ्तार किया था। दूसरी ओर चुनाव बाद हिंसा की जांच के लिए सीबीआइ की टीम शुक्रवार को फिर नंदीग्राम पहुंची। वह मृत भाजपा कार्यकर्ता देवब्रत माइती के घर गई और उनकी पत्नी व बेटी के साथ गांव के लोगों से वारदात के बारे में पूछताछ की।