नई दिल्ली : पंजाब में किसानों के आंदोलन से रेल यात्रियों की परेशानी बढ़ने लगी है। रक्षाबंधन के दिन 30 ट्रेनें रद रहीं। वहीं, सोमवार को जम्मूतवी राजधानी, कटड़ा वंदे भारत, अमृतसर शताब्दी सहित 48 ट्रेनें रद रहेंगी।
12 ट्रेनों के मार्ग में बदलाव किया गया है। 23 ट्रेनों का सफर गंतव्य से पहले समाप्त करने का फैसला किया गया है। ट्रेनें रद रहने से रक्षाबंधन के दिन घर जाने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ा। माता वैष्णो देवी के भक्तों को भी दिक्कत हो रही है, क्योंकि जम्मू व कटड़ा जाने वाली लगभग सभी ट्रेनें रद हैं।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग को लेकर जालंधर व फगवाड़ा के बीच किसान शुक्रवार से रेल पटरी पर धरना दे रहे हैं। इस वजह से जम्मू व अमृतसर की ओर जाने वाली ट्रेनों की आवाजाही बाधित हो रही है।
पिछले तीन दिनों से ट्रेनें रद हो रही हैं जिससे पंजाब और जम्मू की ओर आने-जाने वाले यात्रियों को परेशानी बढ़ गई है। जम्मू व पंजाब के शहरों से बिहार व अन्य राज्यों में जाने वाली ट्रेनें भी रद करनी पड़ रही हैं। रेल अधिकारियों व आम लोगों को पिछले वर्ष की तरह किसानों का धरना लंबा चलने की चिंता सता रही है।
पिछले वर्ष लगभग तीन माह तक पंजाब व जम्मू की ट्रेनें रद रही थीं। मालगाड़ियों की आवाजाही भी बंद थी, जिससे रेलवे को लगभग दो हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ था। इस बार भी पिछले तीन दिनों से रेल पटरी पर किसान जमे हुए हैं।
अधिकारियों का कहना है कि रेल पटरी से किसानों के हटने तक ट्रेनों की आवाजाही शुरू नहीं की जा सकती है। किसानों को रेल पटरी से हटाने के लिए रेलवे अधिकारी पंजाब सरकार से लगातार संपर्क में हैं।
सोमवार को रद रहने वाली मुख्य ट्रेनें : कटड़ा वंदे भारत, जम्मू राजधानी, अमृतसर से नई दिल्ली के बीच चलने वाली दोनों शताब्दी एक्सप्रेस, हावड़ा-अमृतसर जनशताब्ती. सराय रोहिल्ला-जम्मूतवी एक्सप्रेस, श्री शक्ति एक्सप्रेस, उत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, पुरानी दिल्ली-होशियारपुर एक्सप्रेस, जम्मू मेल, शान-ए-पंजाब एक्सप्रेस, पुरानी दिल्ली-पठानकोट एक्सप्रेस, नई दिल्ली-अमृतसर एक्सप्रेस, नई दिल्ली-जालंधर इंटरसिटी एक्सप्रेस।