मुंबई : कोरोना से पस्त पड़ चुके महाराष्ट्र में अब नई बीमारी म्यूकरमाइकोसिस यानी काली फंगस का प्रकोप बढ़ने लगा है। कोरोना से उबरे सैकड़ों मरीज इस दुर्लभ बीमारी की चपेट में आ गए हैं। अकेले मुंबई शहर में करीब 111 मरीज काली फंगस का उपचार करा रहे हैं। वहीं पड़ोसी जिले थाणे में इस बीमारी से दो लोगों की मौत हो गई और करीब आधा दर्जन अस्पताल में भर्ती हैं। बृहन्मुंबई महानगर पालिका ने बुधवार को बताया कि मुंबई के अस्पतालों में काली फंगस से ग्रस्त 11 लोग अपना उपचार करा रहे हैं। बीएमसी के अनुसार इनमें से अधिकांश मरीज मुंबई के बाहर के हैं। इनके इलाज के लिए जरूरी एंफोटेरिसिन बी दवा खरीदने के लिए बीएमसी प्रयास कर रही है। बीएमसी के अतिरिक्त म्युनिसिपल कमिश्नर सुरेश ककानी ने कहा कि यह संक्रामक रोग नहीं है। कोविड अस्पतालों के डाक्टर इसका इलाज करने में सक्षम हैं। उधर थाणे से मिली खबर के अनुसार काली फंगस से दो लोगों की मौत हो गई। इनमें से एक व्यक्ति थाणे के ग्रामीण इलाके महराल का निवासी था जबकि दूसरा डोंबिवली का रहने वाला था। ये दोनों कोविड अस्पतालों में भर्ती थे और उपचार के दौरान इनकी मौत हुई। जानकारी के अनुसार जिले में काली फंगस के कम से कम छह मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं।