नई दिल्ली. नगरपालिका परिषद यानी एनडीएमसी ने कोरोना महामारी के वर्तमान दूसरे चरण के मद्देनजर अपने शिक्षकों के भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए एक वेबिनार का आयोजन किया। एनडीएमसी ने कोरोना महामारी के मद्देनजर अपने शिक्षकों के भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए एक वेबिनार का आयोजन किया। इस वेबिनार में मुख्य वक्ता के रूप में आईटीबीपी के उप कमांडेंट (मेडिकल) डॉ सुमित दुबे ने शिक्षकों को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने कोविड-19 के लक्षणों, उपचार, घरेलू एकांतवास, घरेलू उपचार और टीकाकरण आदि विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने कहाकि महामारी के इस कठिन चरण के दौरान, यह हमारे जीवन की आवश्यकता है और समय की मांग है कि हम सभी मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहें। प्रख्यात मनोवैज्ञानिक डॉ गीतांजलि कुमार ने कोविड-19 महामारी के चरणवार प्रभावों की व्याख्या करते हुए कहा कि हम में से अधिकांश चिंता, अकेलेपन, अवसाद और निराशावाद जैसे विभिन्न मनोवैज्ञानिक विकारों से पीड़ित हो रहे हैं।

इस वेबिनार में, डॉ गीतांजलि ने ध्यान दिलाया कि इस कठिन समय में मानसिक स्वास्थ्य को कैसे बनाए रखना जरूरी है और इसे कैसे रखा जा सकता है। उन्होंने विशेष रूप से उल्लेख किया कि कोविड-19 रोगियों के ऑक्सीजन स्तर में गिरावट के लिए मानसिक स्वास्थ्य कैसे जिम्मेदार है।
इस वेबिनार की अध्यक्षता नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के शिक्षा निदेशक डी पी सिंह ने की और इस बात पर जोर दिया गया कि हमारे जीवन के इस निराशाजनक दौर से बाहर आने के लिए आध्यात्मिकता का पहलू भी एक महत्वपूर्ण तत्व है।
इस अवसर पर नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के साथ नवयुग स्कूलों के करीब 500 से ज्यादा शिक्षकों के अलावा संयुक्त निदेशक (शिक्षा) अंजुम सिद्दीकी और नवयुग स्कूल लोधी रोड के विद्यालय प्रमुख रूप में वेबिनार में हिस्सा लिया।
