कोलकाता : गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुइजिन्हो फलेरियो के तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल होने के पीछे भी पार्टी के रणनीतिकार प्रशांत किशोर यानी पीके ही हैं। लुइजिन्हो ने कहा है कि प्रशांत किशोर और उनकी कंपनी आइपैक ने उन्हें ममता बनर्जी की टीम में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया था।
राजनीति के गलियारों में चर्चा है कि पीके टीएमसी को अखिल भारतीय स्तर पर ले जाने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। फलेरियो ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वह पहले बंगाल की मुख्यमंत्री एवं टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी और पार्टी के महासचिव अभिषेक बनर्जी से नहीं मिले थे।
प्रशांत किशोर ने ही तृणमूल सुप्रीमो से बातचीत कराने की पहल की तथा उन्हें टीएमसी में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया। फलेरियो ने कहा कि ममता न केवल तृणमूल सुप्रीमो के रूप में अच्छी हैं बल्कि वह राष्ट्रीय स्तर पर भी अच्छी महिला नेता हैं।
कांग्रेस छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं था फलेरियो ने कहा कि कांग्रेस में राजनीतिक जीवन का लंबा समय बिताने के बाद उसे छोड़ने का निर्णय बिल्कुल भी आसान नहीं था। लेकिन, कांग्रेस की वर्तमान स्थिति के मद्देनजर उनके पास पार्टी छोड़ने का अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था। गौरतलब है कि पिछले दिनों कांग्रेस के दिग्गज नेता और गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुइजिन्हो फलेरियो टीएमसी में शामिल हो गए थे। उनके साथ गोवा प्रांतीय कांग्रेस के कई अन्य सदस्य भी शामिल हुए थे।
यही टीएमसी का चरित्र : अधीर रंजन चौधरी पीके की भूमिका पर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कुछ भी टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया है, लेकिन उन्होंने इतना जरूर कहा कि टीएमसी के लिए यह कोई नई बात नहीं है। वह शुरू से ही बंगाल से कांग्रेस को खत्म करने में लगी है। पिछले एक दशक में उसने बड़ी संख्या में कांग्रेस के नेताओं को तोड़ा है। अब बंगाल के बाहर से कांग्रेस नेताओं को तोड़ रही है तो इसमें नया क्या है।