आगामी 27 फरवरी से ‘द इंडिया टॉय फेयर- 2021’ आयोजित होने जा रहा है. वर्चुअल रूप से आयोजित भारत खिलौना मेला 2 मार्च तक चलेगा. मेले में एक हजार से ज्यादा वर्चुअल स्टॉलों के साथ वर्चुअल प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी. इन्हीं में से एक स्टॉल होगा लखमी चंद के खिलौने का भी.
दिल्ली के रघुबीर नगर जे जे कॉलोनी के रहने वाले लखमी चंद की भले ही 55 साल की उम्र हो चुकी है, लेकिन इन्होंने अपने पिता की उस परंपरा को निभाया है जो गुण इन्हें विरासत में मिला. जी हां, बच्चों की हाथ से चलाने वाली गाड़ी, जिसे कुछ लोग टक-टक के नाम से भी जानते हैं उन्हें अपने हाथों से आज भी लखमी चंद बनाते हैं.
इस खिलौने को बनाने में इससे जुड़ा सामान करीब 40 बार हाथों से होकर गुजरता है तब जाकर तैयार होती है ये टक-टक. लखमी चंद का कहना है कि वे इस काम को करीब 43 साल से कर रहे हैं और अपने पूर्वजों से सीखे काम को करके उन्हें अच्छा लगता है और इस बार उनके खिलौने को वर्चुअल रूप से दुनियाभर में देखा जा सकेगा, उसके लिए इन्हें बेहद खुशी है. ये बार-बार पीएम मोदी का धन्यवाद करते हैं, जो इन जैसे कितने ही हस्त कलाकारों की कला को एक पहचान दिलाने में लगे हैं.
लखमी चंद के हाथों से तैयार खिलौने इस बार द इंडिया टॉय फेयर- 2021 यानि भारत खिलौना मेला में वर्चुअल रूप से देखे जा सकेंगे. इतना ही नहीं इनके ही जैसे एक हजार से ज्यादा वर्चुअल स्टॉलों के साथ भारत खिलौना मेले में वर्चुअल प्रदर्शनी भी देखी जा सकेगी.