दिल्ली पुलिस की छापेमारी : रेमडेसिविर इंजेक्शन के नाम पर ठगी करने वाली विदेशी महिला गिरफ्तार

नई दिल्ली : कोरोना संकट में जरूरी चिकित्सा उपकरणों और दवाओं के लिए जूझ रहे लोगों को ठगने वाले सभी सक्रिय हैं। शाहबाद डेरी थाना पुलिस ने रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने के नाम पर लोगों को ठगने वाली कैमरून निवासी महिला अश्विंगो अशेल्ली को सोमवार को खानपुर देवली इलाके से गिरफ्तार किया है, जबकि नाइजीरिया निवासी उसका प्रेमी एलुमारा क्रिश्चियन अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। आरोपित के पास से दस सिम व पांच मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपित अभी तक 40 लोगों को अपना शिकार बना चुके थे। इन्होंने देशभर के 12 बैंकों में खाते खोल रखे थे। पुलिस की ओर से अभी तक 23 लोगों की पहचान की गई है जिनकी मजबूरी का फायदा उठाकर आरोपितों ने साढ़े सात लाख रुपये की ठगी की है।

बीते दिनों रोहिणी सेक्टर 11 निवासी राखी गुप्ता के रिश्तेदार कोरोना संक्रमित हो गए थे। उन्होंने उनकी मदद करने के लिए आनलाइन सर्च किया तो उन्हें एक मोबाइल नंबर मिला। राखी ने जब उस नंबर पर काल किया तो उससे प्रिस्कि्रप्शन मांगा गया और रेमडेसिविर इंजेक्शन की प्रति वायल के लिए पांच हजार रुपये की मांग की गई। राखी ने जैसे ही पांच वायल के लिए उनके खाते में 25 हजार रुपये ट्रांसफर किए और वाट्सएप पर स्क्रीनशाट भेजा, उन्होंने राखी को ब्लाक कर दिया। इसके बाद राखी ने शाहबाद डेरी थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस टीम ने दो दिन की कड़ी मेहनत के बाद आरोपितों की लोकेशन का पता लगा लिया। पुलिस के अनुसार आरोपित खुद को रेमडेसिविर दवा का कारोबारी बताते थे। इसके लिए वह बादली में अपना दफ्तर होने का भी दावा करते थे।

आक्सीजन सिलेंडर देने के नाम पर आनलाइन ठगी

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दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने आक्सीजन सिलेंडर देने के नाम पर आनलाइन ठगी करने वाले एक नाइजीरियन को गिरफ्तार किया है। आरोपित विजा समाप्ति के बाद भी दिल्ली में रह रहा था। वह पहले भी आनलाइन ठगी में शामिल रहा है। 

चिकित्सा उपकरणों की कालाबाजारी में दो गिरफ्तार बाहरी जिला पुलिस के वाहन चोरी निरोधक दस्ता ने दो ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है जो चिकित्सा उपकरणों की कालाबाजारी कर रहे थे।

उनकी निशानदेही पर पुलिस ने 10 आक्सीजन कंसंट्रेटर, 2000 पल्स आक्सीमीटर बरामद किया है। बाहरी जिला पुलिस उपायुक्त परविंदर सिंह ने बताया कि मुंडका औद्योगिक क्षेत्र के मेट्रो स्टेशन के पास जाल बिछाकर नीलांश नामक शख्स को दबोच लिया। उसकी कार से 10 आक्सीजन कंसंट्रेटर मिले। सभी कंसंट्रेटर चीन निर्मित थे। पूछताछ के दौरान नीलांश ने पुलिस को उसने आटोमोबाइल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की हुई है। गुरुग्राम की एक कंपनी में उसने काम भी किया है।

चिकित्सा उपकरणों का उसका पारिवारिक कारोबार है। इस कारण उसे किस उपकरण में कितना मुनाफा अभी कमाया जा सकता है, यह पता है। उसने कहा कि वह चीन से 28 हजार रुपये में कंसंट्रेटर मंगाता था और यहां 70 हजार रुपये में बेच देता था। पुलिस को नीलांश ने चांदनी चौक में कारोबार करने वाले अपने एक सहयोगी मो. दानिश का नाम बताया। पुलिस ने जब उसके ठिकाने पर दबिश दी तो वहां से पुलिस को 2000 आक्सीमीटर बरामद हुए। एक आक्सीमीटर ये लोग 325 रुपये में खरीदते थे और मनमानी रकम पर बेचते थे। पुलिस ने मो. दानिश को भी गिरफ्तार कर लिया। आक्सीजन सिलेंडर मुहैया कराने के नाम पर ठगी, चार गिरफ्तार आक्सीजन सिलेंडर मुहैया कराने के नाम पर ठगी करने वाले चार ठगों को गिरफ्तार कर करोलबाग थाना पुलिस ने अंतरराज्यीय ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह पहले पतंजलि के सामान की डीलरशिप व गैस एजेंसी दिलाने के नाम पर देशभर के लोगों को शिकार बनाता था। डीसीपी मध्य जिला जसमीत सिंह के मुताबिक गिरफ्तार किए गए ठगों के नाम रितिक सिंह, योगेंद्र सिंह, रविश व मो आरजू है। रितिक फर्रुखाबाद, यूपी, योगेंद्र, गुरुग्राम, हरियाणा, रविश, नवादा, बिहार और आरजू मुजफ्फरनगर, बिहार का रहने वाला है। इनकी गिरफ्तारी से पुलिस ने दिल्ली में ठगी के छह मामले सुलझाने का दावा किया है। चिकित्सा उपकरणों की कालाबाजारी में तीन गिरफ्तार उत्तरी जिले की स्पेशल स्टाफ पुलिस ने आक्सीजन फ्लो मीटर की कालाबाजारी करने के आरोप में तीन आरोपितों करणजीत सिंह, भानु उर्फ साहिल निवासी बुराड़ी और अरुण गुप्ता निवासी रोशनआरा रोड को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 36 आक्सीजन फ्लो मीटर बरामद हुआ है। 

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