गोरखपुर : कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता हत्याकांड का पांचवां आरोपित एक लाख का इनामी मुख्य आरक्षी कमलेश यादव भी गिरफ्तार कर लिया गया। उसे कैंट पुलिस ने बुधवार दोपहर एक बजे न्यायालय के गेट के पास पकड़ा।
वह अदालत में समर्पण करने जा रहा था। गोरखपुर के रामगढ़ताल थाने में कानपुर एसआइटी द्वारा करीब चार घंटे तक पूछताछ में वह खुद को बेगुनाह बताता रहा। हत्याकांड के छह आरोपितों में से चार, इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह (जेएन सिंह), दारोगा अक्षय मिश्र, दारोगा राहुल दूबे और मुख्य आरक्षी प्रशांत पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं।
दारोगा विजय यादव फरार चल रहा है। इन सभी पर 27 सितंबर की रात होटल कृष्णा पैलेस में मनीष गुप्ता की पीटकर हत्या करने का आरोप है। प्रभारी निरीक्षक कैंट सुधीर सिंह को बुधवार की दोपहर सूचना मिली कि मनीष गुप्ता हत्याकांड का पांचवां आरोपित मुख्य आरक्षी कमलेश यादव आत्मसमर्पण करने न्यायालय जा रहा है।
प्रभारी निरीक्षक ने टीम के साथ घेराबंदी कर उसे न्यायालय में प्रवेश से पहले ही पकड़कर रामगढ़ताल पुलिस को सौंप दिया। एसआइटी के विवेचक डीसीपी बृजेश श्रीवास्तव रामगढ़ताल थाने पहुंचे और चार घंटे तक पूछताछ के बाद शाम सात बजे प्रभारी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट राहुल सिंह के न्यायालय में पेश किया। कमलेश को जेल भेज दिया गया। फरार दारोगा विजय यादव की तलाश में दबिश जारी है।