मुंबई : मुंबई में एक बार फिर परप्रांतियों की राजनीति गरमाती दिख रही है। परप्रांतियों के विरोध में आ रहे शिवसेना के बयान विरोधी दल भाजपा को प्रतिक्रिया व्यक्त करने का अवसर उपलब्ध करा रहे हैं।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा परप्रांतियों को लेकर दिए गए एक बयान पर मंगलवार को भाजपा विधायक अतुल भातखलकर ने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
मुंबई के साकीनाका थाना क्षेत्र में पिछले सप्ताह हुई एक दुष्कर्म की घटना के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को गृहविभाग के उच्च अधिकारियों के साथ एक बैठक की थी।
इस बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि राज्य में बाहर से आने-जानेवालों की निगरानी की जाए और उनका रिकार्ड रखा जाए।
इसके पहले सोमवार को ही शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में इसी दुष्कर्म की घटना का उल्लेख जौनपुर पैटर्न के नाम से किया गया था।
भाजपा के हिंदीभाषी नेताओं ने सोमवार को इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। जबकि मंगलवार को मुंबई के एक वरिष्ठ भाजपा विधायक अतुल भातखलकर ने उद्धव ठाकरे द्वारा अधिकारियों को दिए गए निर्देश पर आपत्ति जताते हुए उनके खिलाफ कांदीवली पूर्व पुलिस थाने में आइपीसी की धारा 153ए के तहत शिकायत दर्ज कराई है। भातखलकर के अनुसार ऐसा करके मुख्यमंत्री ने दो वर्गों के बीच तनाव पैदा करने की कोशिश की है।
मुख्यमंत्री के इस निर्देश से यह संदेश जाता है कि राज्य में दुष्कर्म की घटनाएं दूसरे राज्यों से आनेवालों के कारण ही बढ़ रही हैं। भातखलकर कहते हैं कि मुख्यमंत्री के इस निर्देश के बाद परप्रांतीय लोग भयभीत हो गए हैं।
जिसके कारण मुझे मुख्यमंत्री के खिलाफ शिकायत दर्ज करानी पड़ी है। अतुल भातखलकर महाराष्ट्र में हुई कुछ चर्चित घटनाओं की ओर ध्यान खींचते हुए मुख्यमंत्री को कटघरे में खड़ा करते हैं।
अपनी कथित दूसरी पत्नी के कारण चर्चा में रहे महाविकास अघाड़ी सरकार के मंत्री धनंजय मुंडे का उल्लेख करते हुए भातखलकर पूछते हैं कि धनंजय मुंडे कौन हैं।
भातखलकर उद्धव सरकार में ही शिवसेना कोटे से मंत्री रहे संजय राठौड़ की भी याद दिलाते हैं, जिन्हें एक महिला की आत्महत्या के बाद मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा था।
भातखलकर के अनुसार राज्य में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। मुख्यमंत्री उसे संभालने में असफल हो रहे हैं, और लोगों का ध्यान भटकाने के लिए इधर-उधर की बात कर रहे हैं।
अब राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस ने दावा किया है कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अत्याचार के मामलों में 80 प्रतिशत परप्रांतीय लोग शामिल हैं.
एमएनएस नेता शालिनी ठाकरे ने मंगलवार (14 सितंबर) को इस संबंध में राज्य के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील से मुलाकात की और उन्हें एक निवेदन दिया.
उन्होंने साकीनाका रेप की पीड़िता को जल्दी से जल्दी न्याय दिलाने की मांग की और कहा कि बलात्कारी को फांसी की सजा हो. इसके बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ बढ़ते गुनाहों में शामिल 80 प्रतिशत लोग परप्रांतीय हैं.