नई दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लखीमपुर खीरी की घटना के पीड़ितों से मिलने जा रहे विपक्षी नेताओं की गिरफ्तारी को लेकर केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार पर हमला बोला है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि देश में इस समय लोकतंत्र नहीं तानाशाही है क्योंकि कृषि कानूनों के जरिये किसानों को सुनियोजित तरीके से खत्म करने का प्रयास हो रहा है। किसानों के समर्थन में उतर रहे विपक्षी दलों के नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है।
जबकि किसानों की हत्या के मुख्य आरोपित मंत्री पुत्र की गिरफ्तारी नहीं की जा रही है। लखीमपुर खीरी रवाना होने से पूर्व राहुल गांधी ने कांग्रेस मुख्यालय में छत्तीसगढ़ और पंजाब के मुख्यमंत्रियों के साथ प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा कि देश के किसानों पर सुनियोजित तरीके से एक के बाद एक आक्रमण हो रहे हैं। पहले भूमि अधिग्रहण बिल लाकर यह कोशिश की गई। अब तीन काले कृषि कानूनों के जरिये किसानों का हक उनसे छीना जा रहा है।
इसीलिए देश के किसान महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर धरने पर बैठे हैं। प्रियंका गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने से रोकने के लिए हिरासत में रखे जाने से जुड़े सवालों पर राहुल गांधी ने कहा कि देश में कभी लोकतंत्र हुआ करता था लेकिन आज तानाशाही है। राजनेता उत्तर प्रदेश नहीं जा सकते।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लखनऊ एयरपोर्ट से धारा 144 का हवाला देकर वापस भेज दिया जाता है। राहुल ने कहा कि यह तानाशाही इसलिए है क्योंकि भयंकर चोरी हो रही है। छोटे-मध्यम कारोबार और उनके व्यापारियों से, किसानों से और पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाकर आम जनता की जेब से भयंकर चोरी हो रही है। इसके खिलाफ देश की आवाज को कुचला जा रहा है।
राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ समय में हुई घटनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश में सुनियोजित तरीके से एक नए तरीके की राजनीति हो रही है। अपराधी जो करना चाहे कर सकते हैं मगर विपक्षी नेता जनता की आवाज उठाने के लिए पहल करे तो उसे दबाने की कोशिश होती है। लेकिन हम विपक्षी दल के नाते दबाव बनाने की अपनी कोशिश नहीं छोड़ेंगे। इसी दबाव के चलते हाथरस मामले में कार्रवाई हुई। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार चाहती है कि हम इस मुद्दे पर दबाव न बनाएं ताकि जिन्होंने मर्डर किया है वो बच कर निकल जाएं।
राहुल ने केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार को आगाह करते हुए कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था की प्रक्रियाओं को कुचलने का प्रयास इसी तरह जा रहा तो देश में आने वाले समय में इसके खिलाफ जनता के रोष का बड़ा विस्फोट होगा। उनका कहना था कि लखीमपुर खीरी जाकर विपक्ष पीड़ितों के परिवारों को यह संदेश देना चाहता है कि कोई अपराधी इस तरह की हत्या कर केवल इसलिए नहीं बच सकता कि वह एक केंद्रीय मंत्री का बेटा है।