विराट कोहली : सबसे बड़ा बल्लेबाज, जिसने बिना IPL जीते कप्तानी से खुद विदाई ले ली! कुछ ऐसा रहा करियर

नई दिल्ली : कप्तान विराट कोहली की रायल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के लिए आइपीएल ट्राफी जीतने की चाहत अधूरी रह गई।आरसीबी को सोमवार को शारजाह में आइपीएल के एलिमिनेटर मुकाबले में कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) के हाथों चार विकेट से शिकस्त का सामना करना पड़ा।

कोहली ने साल 2011 में पहली बार आरसीबी की कप्तानी संभाली थी और वह पहले ही यह फैसला कर चुके हैं कि इस सत्र के बाद वह आरसीबी की कप्तानी छोड़ देंगे। इस तरह कोहली अपनी कप्तानी के 11 सालों में आरसीबी को कभी आइपीएल ट्राफी नहीं जिता सके हैं।

साथ ही कोहली यह भी कह चुके हैं कि वह कप्तानी छोड़ने के बाद भी आरसीबी के लिए ही खेलना जारी रखना चाहते हैं और यदि ऐसा होता है तो इसका मतलब यह होगा कि कोहली अब कभी भी आइपीएल में कप्तानी करते हुए नजर नहीं आएंगे।

इतना ही नहीं, कोहली आइपीएल के पहले सत्र से ही, यानी 2008 से ही आरसीबी का हिस्सा हैं और इन 14 सालों में आरसीबी कभी आइपीएल ट्राफी नहीं जीत सकी है। कोहली इस टी-20 विश्व कप के बाद छोटे प्रारूप में टीम इंडिया की कप्तानी छोड़ने का फैसला भी कर चुके हैं और वनडे प्रारूप में भी उनकी कप्तानी को लेकर सवालिया निशान उठ रहे हैं।

आरसीबी अच्छी शुरुआत के बावजूद 20 ओवर में सात विकेट पर 138 रन ही बना सकी। उसे सबसे ज्यादा नुकसान अनुभवी स्पिनर सुनील नरेन ने पहुंचाया, जिन्होंने चार ओवर में 21 रन देकर चार विकेट झटके।

जवाब में केकेआर ने 19.4 ओवर में छह विकेट पर 139 रन बनाकर मैच अपने नाम किया। केकेआर का सामना अब बुधवार को शारजाह में दूसरे क्वालीफायर में दिल्ली कैपिटल्स से होगा। इस मैच को जीतने वाली टीम शुक्रवार को दुबई में चेन्नई सुपरकिंग्स से भिड़ेगी, जो पहले क्वालीफायर में दिल्ली को हराकर फाइनल में पहुंची थी।

आसान लक्ष्य का पीछा करने उतरी केकेआर के लिए किसी भी बल्लेबाज ने बड़ी पारी नहीं खेली, लेकिन शुभमन गिल (29), वेंकटेश अय्यर (26) और सुनील नरेन (26) ने 25 रन से ज्यादा की पारियां खेलीं, जबकि नीतीश राणा ने 23 रन बनाए।

आरसीबी की ओर से मुहम्मद सिराज, हर्षल पटेल और युजवेंद्रा सिंह चहल ने दो-दो विकेट झटके। आरसीबी की खराब फील्डिंग : 10वें ओवर की चौथी गेंद पर शाहबाज अहमद ने फाइन लेग में वेंकटेश का आसान कैच गिरा दिया। गेंदबाज ग्लेन मैक्सवेल थे। इसके बाद 17वें ओवर की पहली गेंद पर देवदत्त पडीक्कल ने नरेन का कैच गिरा दिया।

इस बार गेंदबाज हर्षल पटेल थे और उन्हें दुर्भाग्यशाली ही कहा जाएगा, क्योंकि यदि उन्हें यह विकेट मिल जाता तो वह एक आइपीएल में सबसे ज्यादा 32 विकेट लेने के ड्वेन ब्रावो के रिकार्ड को तोड़ देते। फिलहाल वह उनकी बराबरी पर हैं। नरेन हुए हावी : इससे पहले आरसीबी एक समय नौ ओवर में एक विकेट पर 66 रन बनाकर अच्छी स्थिति में थी। 

Share this with Your friends :

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter