सवाल: कोरोना के संकटकाल में केरल में ऑक्सीजन की कमी क्यों नहीं, यहां जानिए इसकी वजह

केंद्रीय परमाणु ऊर्जा, तथा अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने आज कहा कि अंतरिक्ष विभाग ने अपने कार्यक्षेत्र से आगे बढ़कर तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश तथा चंडीगढ़ को मुख्य रूप से कोविड संबंधित तरल ऑक्सीजन सहायता उपलब्ध कराया है। एक ऑनलाइन समीक्षा बैठक में, इसरो के अध्यक्ष डॉ. के सीवन ने कहा कि आंध्र प्रदेश तथा चंडीगढ़ की ऑक्सीजन क्षमता बढ़ाने के अतिरिक्त, तमिलनाडु और केरल को प्रतिदिन 9.5 टन ऑक्सीजन उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आईपीआरसी के इसरो प्रोपल्सन कांपलेक्स द्वारा मैन्यूफैक्चर्ड तथा आपूर्ति की गई 87 टन एलओएक्स पहले ही 24 घंटे के वर्क शिड्यूल को सुनिश्चित करने के द्वारा तमिलनाडु और केरल को दी जा चुकी है। इसके अतिरिक्त, आंध्र प्रदेश में ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए 12एमटी एलओएक्स भेजी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि विभाग आंध्र प्रदेश तथा केरल में स्थानीय लोगों के लिए भी ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति सुनिश्चित कर रहा है। बहुत जल्द वेंटिलेटर, प्राण तथा वायु सहित एडवांस्ड मेडिकल डिवाइसेज की डिजाइनिंग एवं मैन्यूफैक्चरिंग उद्योगों में आरंभ कर दी जाएगी।

 https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/js-23PQS.JPG

डॉ. जितेंद्र सिंह को जानकारी दी गई कि अहमदाबाद स्थित स्पेस ऐप्लीकेशन सेंटर ने सफलतापूर्वक लगभग 1.65 लाख लीटर के 2लिक्विड नाइट्रोजन टैंकरों को अहमदाबाद तथा नजदीक के अस्पतालों में भंडारण तथा आपूर्ति के लिए तरल ऑक्सीजन टैंकों में बदल दिया है। इसके अतिरिक्त, अहमदाबाद में अस्पतालों को फेस शील्ड तथा पीपीई किट्स की आपर्ति भी की जा रही है।

मंत्री ने कहा कि जरुरतमंद मरीजों के लिए डिस्पेंसरियों हेतु ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की खरीद की जा रही है और बैगेज तथा नए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स के लिए डिस्-इंफेक्टैंट चैंबर की डिजाइन प्रगति पर है।

अंतरिक्ष विभाग द्वारा उपलब्ध कराई जा रही अन्य टेक्नोलॉजिकल सहायता में नागरिकों को निकटतम टीकाकरण केंद्र पर पहुंचने में सहायता के लिए भारत भर में कोविन ऐप के साथ समेकित कोविड टीकाकरण मैपिंग, एसएसी द्वारा विकसित गैर-संपर्क थर्मल कैमरा की तैनाती, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सहयोग से कोविड-19 डैशबोर्ड का विकास तथा त्रिपुरा राज्य में कोविड-19मामलों की जियोटैग्ड सूचना के संग्रह के लिए असम के डिब्रूगढ़ स्थित आईसीएमआर के सहयोग से मोबाइल ऐप ‘फाइट कोरोना‘ का विकास शामिल है।

Banner Ad

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/js-1LEDD.jpg

अंतरिक्ष विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने डॉ. जितेन्द्र सिंह को बताया कि इस वर्ष दिसंबर में मानवरहित गगनयान मिशन सहित 10 शिड्यूल्ड सैटेलाइट लांच परियोजनाओं के लिए कार्य प्रगति पर है। मंत्री ने संतोष जताया कि महामारी के बेहद प्रतिकूल प्रभावों के बावजूद, लांच अभियान गतिविधियां पिछले छह महीनों के दौरान पीएसएलवी-सी49, सी50 तथा सी51के लिए वर्चुअल लांच कंट्रोल से जारी रहीं।

डॉ. जितेन्द्र सिंह ने विभाग से बंगलुरु, शिलौंग तथा श्रीहरिकोटा में स्थापित कोविड केयर सेंटरों के अतिरिक्त और अधिक कोविड केयर सेंटरों की स्थापना करने की संभावना खोजने का आग्रह किया।

मंत्री ने कोविड के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए अंतरिक्ष विभाग द्वारा किए गए विभिन्न उपायों पर संतोष जताया तथा विशेष रूप से बायो-बबल टीमों की शुरुआत करने तथा अभी तक लगभग 30 प्रतिशत कर्मचारियों के टीकाकरण के लिए विभाग की सराहना की।

Share this with Your friends :

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter