रायपुर : पंजाब कांग्रेस में सियासी बवाल अभी जारी ही है कि इधर छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर ढाई-ढाई साल के फार्मूले पर फिर घमासान तेज हो गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समर्थक करीब 40 विधायक व छह मंत्री दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। विधायक आलाकमान से मिलकर भूपेश बघेल की कुर्सी सुरक्षित रखना चाहते हैं।
विधायकों के दिल्ली पहुंचने का सिलसिला गत 15 सितंबर से शुरू हुआ था। इसी कड़ी में शुक्रवार को भी दस विधायक दिल्ली रवाना हुए थे। गौरतलब है कि सूबे में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच सत्ता के बंटवारे को लेकर संघर्ष के कयास राजनीति के गलियारों में लगाए जाते रहे हैं।
पिछले दिनों दोनों नेता पार्टी आलाकमान से मिलने दिल्ली भी गए थे, उस दौरान सूबे में ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री बनने की बात यह कहते हुए खारिज कर दी गई थी कि इस तरह की कभी कोई बात ही नहीं हुई है। इसके बाद भी पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं दिख रहा है। अब सत्ता परिवर्तन की अनिश्चितता के बीच विधायकों और मंत्रियों के दिल्ली दौरे ने छत्तीसगढ़ के राजनीतिक पारे को एक बार फिर चढ़ा दिया है। पिछले 15 दिनों में कांग्रेस के करीब 40 विधायक और छह मंत्री दिल्ली जा चुके हैं।
हर विधायक अपने साथियों का समूह बनाकर दिल्ली गया और केंद्रीय नेताओं से मुलाकात की कोशिश कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली जाने वाले विधायक हाईकमान तक अपनी बात पहुंचाकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कुर्सी को सुरक्षित रखना चाहते हैं। शुक्रवार को दस विधायक दिल्ली रवाना हुआ। वहीं शनिवार सुबह भी कुछ और विधायकों के दिल्ली जाने की चर्चा है।


