गाजियाबाद : ब्लैक और व्हाइट के बाद उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में यलो फंगस का मरीज मिला है। यह मरीज तीनों ही फंगस की चपेट में है। मरीज को रविवार को आरडीसी के हर्ष ईएनटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मरीज का इलाज कर रहे डा. बीपी त्यागी ने बताया कि नाक की पहली सर्जरी सफल हुई है और यदि एंफोटेरिसीन-बी इंजेक्शन मिलता रहे तो उनकी जान बचाई जा सकती है। डा. बीपी त्यागी के मुताबिक मनुष्य में यलो फंगस के संक्रमण का यह केस पूरी दुनिया में पहला है। —– नहीं दी गई थी आक्सीजन डा. बीपी त्यागी ने बताया कि संजयनगर निवासी 59 वर्षीय कुंवर सिंह को पहले कोरोना हुआ था। एक माह पूर्व वह कोरोना से उबर गए थे। संक्रमण के दौरान उन्हें आक्सीजन की भी जरूरत नहीं पड़ी थी। आक्सीजन या स्टेरायड के कम प्रयोग के बावजूद कुंवर को न सिर्फ ब्लैक बल्कि व्हाइट और यलो तीनों फंगस का संक्रमण हो गया, क्योंकि कोरोना वायरस शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता घटा देता है और कुंवर पहले से ही मधुमेह से पीड़ित हैं उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने के चलते ही, उन्हें इन तीनों फंगस का संक्रमण हो गया।