आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश का स्वप्न होगा साकार-जब ऐसे कर्मवीर देंगे व्यवसाय और रोज़गार को आकार
यह कहानी है भोपाल के बिजनेसमैन प्रवीण जैन की सफलता की। जिनका 9 लाख से प्रारंभ किया गया व्यवसाय अब ढाई करोड़ रूपये तक पहुंच गया है। जैन  अपनी खुशियों की दास्तां बताते हुए कहते हैं कि  उन्होंने पीएमईजीपी से खादी ग्रामोद्योग मार्जिन मनी स्कीम के अंतर्गत 9 लाख 9 हजार रुपये की लागत से बैंक ऑफ़ इंडिया से लोन लेकर एक.एच.फूड्स एण्ड ब्रेवरीजस नाम से ग्राम निपनिया जाट, बेरसिया रोड पर व्यवसाय प्रारंभ किया। प्रारंभ में जल संयंत्र प्लांट से 600 लीटर प्रतिघंटे का उत्पादन संभव हो पा रहा था जो कि आज 6000 लीटर प्रतिघंटे की क्षमता तक पहुँच गया है। इन्वेस्टमेंट जो पहले 9.9 लाख रुपये था अब लगभग 2.5 करोड़ रुपये तक पहुँच गया है। 
 जैन बताते हैं कि फैक्ट्री का कार्य पहले मैन्युअली ऑपरेट होता था, जबकि अब आज की गुणवत्ता की मांग के अनुसार अत्याधुनिक मशीनों द्वारा फुल्ली ऑटोमेटिक मोड में किया जा रहा है। रोज़गार की दृष्टि से देखा जाये तो जैन द्वारा स्थापित इस उद्योग में 18 लोगों को स्थायी रोज़गार प्राप्त हुआ है जिनमें 10 महिलाएँ भी शामिल हैं और लगभग 20 से 25 लोगों को अस्थायी रोज़गार प्राप्त हुआ  है। वर्तमान में जैन 15 जिलों में पानी के वितरण का कार्य कर रहे हैं। आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश का स्वप्न ऐसे ही कर्मवीरों के अथक परिश्रम एवं दूर-दृष्टि से ही संभव है।

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