सार
कंप्यूटर बाबा पर गोशाला की जमीनों पर कथित रूप से अवैध रूप से लेनें के आरोप हैं, इसे ढहाने गए जिला प्रशासन का विरोध करने पर रविवार को बाबा की हुई थी गिरफ्तारी …
विस्तार
इंदौर जिला प्रशासन की अवैध निर्माण पर कार्रवाई जारी है। इसी प्रकार कथित तौर पर अवैध निर्माण गिराने में अवरोध डालने के आरोप में गिरफ्तार किए गए कंप्यूटर बाबा से कांग्रेस नेताओं ने सोमवार को मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। हालांकि, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह अपनी व्यस्तताओं के कारण उनसे मुलाकात नहीं कर पाए। उन्होंने कंप्यूटर बाबा की गिरफ्तारी को राजनीतिक मोड़ से की गई कार्रवाई बताई है। ध्यान रहे कि शिवराज सिंह सरकार में राज्यमंत्री रहे कंप्यूटर बाबा ने विधानसभा चुनाव के पूर्व कांग्रेस का हाथ थाम लिया था और उनके पक्ष में एक जमकर प्रचार भी किया था।
कंप्यूटर बाबा कौन हैं
लोगों के लिए कौतूहलपूर्ण नाम के स्वामी कंप्यूटर बाबा हिंदू संत हैं। उनका असली नाम नामदेव दास त्यागी है, लेकिन अपनी तीक्ष्ण बुद्धि और आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्रति विशेष रुचि के कारण वे अपने भक्तों के बीच ‘कंप्यूटर बाबा’ के नाम से विख्यात हैं। दिगंबर अखाड़े के संत कंप्यूटर बाबा अपनी अध्यात्मिक यात्रा के साथ-साथ राजनीतिक संबंधों के कारण भी चर्चा के केंद्र में रहते हैं। पर्यावरण के प्रति अपना विशेष अनुराग रखने के कारण भी वे लोगों के बीच बहुत सम्मान की दृष्टि से देखे जाते हैं।
वर्तमान में वे ‘मां नर्मदा, मां क्षिप्रा, मां मंदाकिनी ट्रस्ट’ के चेयरमैन हैं। 2018 में वे शिवराज सिंह चौहान सरकार के मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री भी बने हुए हैं। हालांकि, मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के पूर्व उन्होंने शिवराज सिंह सरकार का दामन छोड़ कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। उन्होंने चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में जमकर प्रचार भी किया था।
चर्चा क्यों आई
वर्तमान में मध्यप्रदेश की दो दर्जन से ज्यादा सीटों पर उपचुनावों के कारण राज्य का सियासी माहौल गर्म है। इसी तरह, इंदौर जिला प्रशासन ने आरोप लगाया है कि कंप्यूटर बाबा ने गोशाला की जमीन का अतिक्रमण कर अवैध निर्माण किया और गोशाला की 46 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा भी कर लिया। इसी आरोप पर कार्रवाई करते हुए इंदौर विकास प्राधिकरण ने रविवार को कंप्यूटर बाबा द्वारा निर्मित अवैध निर्माण ढहा दिया। कथित तौर पर इस प्रकार के लगभग पाँच करोड़ रुपये मूल्य की 20 हजार वर्ग फीट भूमि मुक्त कराई गई है। जिला प्रशासन की यह कार्रवाई सोमवार को भी जारी की गई है।
कंप्यूटर बाबा को जेल भेजा गया
अवैध निर्माण गिराते समय विरोध करने के आरोप में इंदौर जिला प्रशासन ने कंप्यूटर बाबा पर कार्रवाई करते हुए उन्हें आईपीसी की धारा 151 के तहत गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया है। उनकी गिरफ्तारी के बाद सियासी माहौल काफी गर्म हो गया है और मध्यप्रदेश के कई शीर्ष कांग्रेस नेता उनसे मिलने आ रहे हैं। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कंप्यूटर बाबा पर की गई कार्रवाई को पलट की भावना से की गई कार्रवाई बताई है।