नई दिल्ली: कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए हर किसी की नजर वैक्सीन पर टिकी हुई है। सरकार भी लगातार इसके लिए प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविद -19 की स्थिति पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इसी बैठक में कांग्रेस ने हल्ला बोला है।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि 130 करोड़ आबादी के वैक्सीनेशन पर कोई रोडलाइट नहीं दी गई। देश में करोड़ों लोगों को दो वक़्त की रोटी मिलना मुश्किल है, वह वैक्सीन के लिए पैसा कहां से लाएंगे। उन्हें वैक्सीनडी में दी जाएगी या मुफ्त में, इसके दिशानिर्देश नहीं दिए गए हैं।


सामान्य लोगों के टीकाकरण के लिए कोई रोडमैप नहीं है। यह (सरकार) ने कहा कि जिन लोगों को टीका लगाया जाना है, उन्हें टीका लगाया जाएगा, लेकिन यह तय करने वाला कौन है? सर्वदलीय बैठक के दौरान गरीबों को टीका कैसे दिया जाएगा, इस पर कोई चर्चा नहीं की गई: अधीर रंजन चौधरी, कांग्रेस https://t.co/D1WWapSxkm pic.twitter.com/z7eFGld4n6
– एएनआई (@ANI) 4 दिसंबर, 2020
पीएम ने कहा- कुछ ही हफ्तों में आ जाएगा कोरोना वैक्सीन
वहीं बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना वैक्सीन कुछ ही हफ्तों में आ जाएंगे। कोरोना वैक्सीन के लिए भारत पर पूरी दुनिया की निगाहें हैंपीएम मोदी ने बताया कि लगभग आठ संभावित वैक्सीन हैं जो ट्रायल के अलग-अलग चरण में हैं। इनका उत्पादन भारत में ही होना है। भारत की अपनी तीन वैक्सीन का ट्रायल अलग-अलग चरणों में है। विशेषज्ञ मान रहे हैं कि वैक्सीन के लिए बहुत ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। कुछ हफ्तों में कोरोना की वैक्सीन तैयार हो जाएगी।
पीएम मोदी ने कहा, फरवरी-मार्च की आशंकाओं से भरा, डर भरा माहौल से लेकर आज दिसंबर के विश्वास और उम्मीदों से भरे वातावरण के बीच भारत ने बहुत लंबी यात्रा तय की है। अब जब हम वैक्सीन के मुहाने पर खड़े हैं तो वही जनभागीदारी, वही साइंटिफिक अप्रोच, वही सहयोग आगे भी बहुत जरूरी है।
बैठक में शामिल ये नेता
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष के नेताओं की कोरोना वैक्सीन को लेकर सभी जिज्ञासाओं का समाधान किया। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, गुलाम नबी आजाद, बसपा से सतीश मिश्रा, समाजवादी पार्टी से रामगोपाल यादव सहित कई दलों के विपक्ष के नेता इस वर्ग की सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए।
पहले पहले वैक्सीन मिलेगी
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि पहले चरण में टू वैक्सीन लगेगी, इसे लेकर राज्य सरकारों से मिले सुझावों के आधार पर केंद्र सरकार काम कर रही है। कोरोना के मरीजों के इलाज में जुटे स्वास्थ्य वर्कर, साइलाइन वर्कर और पहले से बीमारी से जूझ रहे बुजुर्ग लोगों को सर्वप्रथम वैक्सीन दी जाएगी। वैक्सीन की वितरण व्यवस्था के लिए केंद्र और राज्य की टीमें मिलकर काम कर रही हैं।