अहमदाबाद : मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शारदीय नवरात्रि के पहले दिन राज्य के 1.49 लाख युवाओं को रोजगार नियुक्ति पत्र और अप्रेंटिसशिप करार पत्र वितरित किए। उन्होंने कहा कि राज्य के इतिहास में पहली बार एक साथ 1.49 लाख युवाओं को रोजगार अवसर प्रदान करने की यह ऐतिहासिक एवं गौरवशाली घटना है।
भूपेंद्र पटेल ने सोमवार को अहमदाबाद स्थित साइंस सिटी के विज्ञान भवन में आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम में प्रतीक के तौर पर 17 युवाओं को रोजगार पत्र प्रदान किए। राज्य के 33 जिलों एवं 7 महानगर पालिकाओं में आयोजित रोजगार पत्र वितरण कार्यक्रम में राज्य के मंत्री और पदाधिकारी शरीक हुए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर यह स्पष्ट किया कि नरेन्द्र मोदी ने गुजरात में विकास की जो मजबूत नींव रखी थी, उसी के परिणामस्वरूप आज गुजरात देश का ग्रोथ इंजन बना है।
उन्होंने कहा कि युवाओं की प्रतिभा के जरिए देश का विकास करने के लिए टैलेंट पूल अति महत्वपूर्ण है और इसके लिए राज्य सरकार एवं निजी संस्थानों के सहयोग से राज्य में कार्यरत लगभग 600 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में अध्ययनरत 2.17 लाख विद्यार्थियों को करीब 125 पाठ्यक्रमों के अभ्यास से स्किल्ड वर्कफोर्स बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अप्रेंटिसशिप योजना के अंतर्गत चार वर्षों में 1 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है। ‘कौशल्य द स्किल यूनिवर्सिटी’ और गुजरात एपेक्स ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के माध्यम से युवाओं की प्रतिभा को उजागर किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने इस बात का विशेष रूप से उल्लेख किया कि राज्य सरकार ने ग्रीन जोन, इलेक्ट्रॉनिक्स, ड्रोन और लॉजिस्टिक्स जैसे 51 न्यू एज कोर्स (नए युग के पाठ्यक्रम) शुरू कर युवाओं को हुनरमंद बनाने की दिशा में प्रयास शुरू किए हैं। कौशल्य द स्किल यूनिवर्सिटी में ड्रोन पाठ्यक्रम शुरू कर तीन वर्षों में लगभग 20 हजार युवाओं को ड्रोन बनाने, मरम्मत करने और उसे उड़ाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
राज्य के सर्वग्राही विकास पर रोशनी डालते हुए उन्होंने कहा कि गुजरात नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में हरेक क्षेत्र में मजबूत विकास का पर्याय बना है। गुजरात ने दो दशक में विकास के प्रत्येक क्षेत्र और प्रत्येक इकाई में एक लंबी छलांग लगाई है।
उन्होंने ऊर्जा क्षेत्र का जिक्र करते हुए कहा कि दो दशक पहले राज्य में 99 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन होता था, जो आज बढ़कर 16,588 मेगावाट पर पहुंच गया है। इसी तरह, 8750 मेगावाट बिजली उत्पादन आज 40,138 मेगावाट तक पहुंच गया है।
पटेल ने आगे कहा कि पहले गुजरात की जीवन रेखा मां नर्मदा के केवल 26 फीसदी पानी का उपयोग होता था, जो आज बढ़कर 94.86 फीसदी तक पहुंच गया है। जल शुद्धिकरण की 810 एमएलडी (दस लाख लीटर प्रतिदिन) की क्षमता आज 3368 एमएलडी तक पहुंच गई है।
दो दशक पूर्व राज्य में 2.74 लाख सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) थे, जिनकी संख्या आज बढ़कर 8.66 लाख हो गई है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश से आत्मनिर्भर बनने का जो आह्वान किया था, उसी के परिणामस्वरूप देश के वैज्ञानिकों ने कुछ ही महीनों के भीतर स्वदेशी वैक्सीन बनाकर देश भर को कोरोना महामारी से बचा लिया है।
मुख्यमंत्री ने रोजगार पत्र हासिल करने के वाले युवाओं को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए ‘आत्मनिर्भर गुजरात से आत्मनिर्भर भारत’ का संकल्प साकार करने की भी प्रेरणा दी। सहकारिता एवं उद्योग राज्य मंत्री जगदीशभाई विश्वकर्मा ने गर्व के साथ कहा कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पदभार संभालते ही एक वर्ष में एक लाख से अधिक युवाओं को रोजगार देने का जो संकल्प लिया था, वह आज परिपूर्ण हो रहा है।
उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल के दौरान गुजरात में जो वाइब्रेंट विकास शुरू किया था, उसके चलते गुजरात मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र सहित अनेक क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बना है। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी, मुख्य सचिव पंकज कुमार, श्रम, कौशल विकास और रोजगार विभाग की प्रधान सचिव अंजू शर्मा सहित बड़ी संख्या में रोजगार प्राप्त करने वाले युवा उपस्थित रहे।