रांची : डीजीपी नीरज सिन्हा का फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर उनके करीबियों से रुपये मांगने के आरोपित को रांची पुलिस ने उत्तर प्रदेश के मथुरा से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपित लियाकत है, जो उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के गोवर्धन थाना क्षेत्र स्थित मडोरा का रहने वाला हैं। रांची पुलिस ने उत्तर प्रदेश और राजस्थान पुलिस के सहयोग से उसे गिरफ्तार किया है। उसके पास से वह मोबाइल भी बरामद कर लिया गया है, जिसका प्रयोग उसने फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाने में व रुपये मांगने में किया है। रांची के एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने रविवार को बताया कि रांची के धुर्वा थाने में 18 मई 2021 को धोखाधड़ी व साइबर क्राइम से संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। एसएसपी ने बताया कि इस केस के अनुसंधान के लिए साइबर सेल की डीएसपी यशोधरा के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई थी। तकनीकी अनुसंधान के दौरान ही लियाकत के बारे में पुलिस को जानकारी मिली, जिसके बाद एक टीम मथुरा गई थी। गिरफ्तारी के बाद लियाकत ने इस कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार ली है। रांची पुलिस की टीम उसे रविवार को मथुरा से लेकर रांची आई। मोबाइल नंबर व बैंक खाते से अपराधी तक पहुंची पुलिस : लियाकत तक पहुंचने में रांची पुलिस को मोबाइल नंबर व बैंक खाते ने पूरी मदद की। रुपये लेने के लिए गूगल-पे और फोन-पे का जो मोबाइल नंबर दिया गया था, उसकी लोकेशन निकाली गई। जिस बैंक खाते में रुपये मंगाए गए, वह बंधन बैंक मथुरा का बैंक खाता था, जिसके आधार पर आरोपित का पता मिल गया और पुलिस उस तक पहुंच गई। प्रशिक्षण देकर बच्चों की खड़ी कर चुका है फौज : प्रारंभिक पूछताछ में लियाकत ने स्वीकारा है कि वह करीब दो साल से ऐसा कर रहा है। फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाने से लेकर मैसेंजर पर रुपये मांगने तक का पूरा प्रशिक्षण वह दर्जनों बच्चों को दे चुका है। उसने पुलिस को बताया है कि फेसबुक पर जो भी खाता बिना लॉक का मिलता है, उसमें वह बड़े चेहरे की तलाश करता था। जैसे ही उसे पता चलता था कि किसी व्यक्ति का प्रोफाइल बड़ा है। वह उसका फोटो तथा सभी डिटेल्स चुरा लेता था और उसपर नया आइडी बनाकर मूल प्रोफाइल के सभी दोस्तों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता था और मैसेंजर पर चैट कर रुपये की मांग करता था। डीजीपी का फर्जी फेसबुक अकाउंट उसने स्वयं बनाया था।