आयुर्वेद में सर्जरी की अनुमति के खिलाफ भोपाल में आज डॉ। सरकारी और निजी डॉ समर्थन में रहेंगे। जहां सरकारी अस्पताल में सामान्य दिनों की तरह कार्य होगा, वहीं निजी डॉक्टर विरोध में सामान्य ओपीडी बंद रखेंगे। हालांकि इस दौरान कोरोना संक्रमण और इमरजेंसी से जुड़ी स्वास्थ्य सेवाएं जारी रहती हैं। इसकी निर्णय देर रात डॉक्टरों ने लिया।
अब हमीदिया अस्पताल, जेपी अस्पताल और बैरागढ़ स्थित सिविल अस्पताल में इसका असर नहीं रहेगा। हमीदिया में प्रतिदिन जनरल ओपी 2 हजार से अधिक रहता है। डॉ। राकेश मालवीय ने बताया कि हम एसोसिएशन के समर्थन में है, लेकिन सरकारी अस्पतालों की ओपीडी चलती रहेगी। सिर्फ काले पट् टी बांधकर काम करेंगे।
इससे पहले नई दिल्ली स्थित आईएमए भवन में भारतीय मेडिकल एसोसिएशन ने यह घोषणा करते हुए कहा था कि चिकित्सकों द्वारा सर्जरी के कानूनी अभ्यास की अनुमति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। मध्यप्रदेश जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के संरक्षक पर्सत सक्सेना ने बताया कि कोविड को देखते हुए पूरी तरह से हड़ताल पर नहीं रहेंगे।
हालांकि अब जरनल ओपीडी पर इसका असर नहीं रहेगा। हालांकि इधर, महिला फोर्स नीमा मध्यप्रदेश की अध्यक्ष डॉ नेहा रेजा ने कहा कि कानून को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है, इसलिए हम आईएमए के हड़ताल के विरोध में काम करेंगे। डॉ एके द्विवेदी ने बताया कि निजी अस्पातल और क्लीनिक में जनरल ओपीडी नहीं देखी जाएगी। इमरजेंसी में मरीजों को देखना।
आईएमए ने अधिसूचना को वापस लेने की मांग की है
IMA का कहना है कि अनुमति देने के लिए CCIM की अधिसूचना और नीति आयोग द्वारा चार समितियों के गठन से केवल मिक्सोपैथी को बढ़ावा मिलेगा। अधिसूचना को वापस लेने और चार समितियों के गठन को रद्द करते हैं। आधुनिक चिकित्सा और सर्जिकल विषयों पर CCIM के निर्णयों पर विरोध जताया है। IMA का मानना है कि यह मिक्सोपैथी को वैध बनाने की दिशा में एक और कदम है। इसलिए 11 दिसंबर को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक विरोध स्वरूप डॉ। हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान सभी गैर-जरूरी और गैर-विभाजित सेवाओं को बंद रखा जाएगा। आपातकालीन सेवा जारी हालांकि पहले से तय ऑपरेशन नहीं किया जाएगा।
नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन हड़ताल के खिलाफ
मध्यप्रदेश के नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ महेश गुप्ता और महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष डॉ नेहा रायता ने बताया कि सीसीआईएम द्वारा हाल ही में प्रकाशित राजपत्र के अनुसार आयुर्वेद में शल्य (सामान्य सर्जरी) और शालाक्य (ईडी) के पोस्टहुई डॉक्टर्स को 58। शास्त्र और करने की कानूनी अनुमति प्रदान की गयी है।
आईएमए ने देश भर में इसका विरोध शुरू किया है। CCIM द्वारा प्रकाशित इस राजपत्र में शास्त्र क्रियाओं की स्थिति स्पष्ट की गई है और पुराने नोटिफिकेशन का सत्यापन किया गया है। कुछ नया नहीं है आयुर्वेद के इन विषयों के पोस्टुई काफी पहले से ये शस्त्र क्रिया कानूनी तौर पर करते हैं। हम 11 दिसंबर को पूरे प्रदेश के आयुष डॉक्टर्स पिंक रिबन बांधकर दिनभर सेवाएं देंगे।