ग्वालियर. पुलिस को देखकर युवक घबराहट में तालाब में कूद गया था। 21 घंटे बाद शनिवार शाम को उसका शव मिला है। पुलिस जुआ पकड़ने गई थी। शव मिलने के बाद आक्रोशित लोगों ने रविवार दोपहर चक्काजाम कर दिया। हंगामा पर एसपी ने थाना प्रभारी सहित 5 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। घटना श्योपुर के वीरपुर की है।
श्योपुर के वीरपुर इलाके में 13 नवंबर की शाम वीरपुर के तालाब के पास जंगल में पुलिस जुआ पकड़ने के लिए गई थी, लेकिन यहां पुलिस को देखकर उक्त लोग भागने लगे। इनमें 30 वर्षीय राम गणेश पुत्र बाबूलाल रावत भी भागा, काफी दूर तक पुलिस ने रामगणेश रावत का पीछा किया, लेकिन जब रामगणेश ने देखा कि पुलिस उसका पीछा नहीं छोड़ रही है तो उसने हड़बड़ाहट में तालाब में कूद गई थी। परिजन के अनुसार वह जुआ नहीं खेल रहा था, लेकिन पुलिस ने उसे जबरन दौड़ाया और इसी के चलते तालाब में कूदा। घटना के बाद पुलिस तालाब में दिन-रात सर्चिंग करती रही, जहां शनिवार की शाम रामगणेश का शव तालाब से बरामद किया गया। रविवार को इसके बाद परिजन ने शव को लेकर थाने के सामने ही चक्काजाम कर दिया। यह चक्काजाम सुबह 10.20 बजे से लेकर शाम 2.30 बजे तक चला गया। इसमें परिजन ने मांग की कि उक्त पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और मृतक के परिजन को मुआवजा दिया जाएगा। प्रदर्शन के बीच मौके पर पहुंचे एएसपी ने आश्वासन दिया कि जांच उपरांत संबंधित दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी, फिर जाकर परिजन मानें और जाम खोला जाए।
एसपी ने थाना प्रभारी सहित पांच को किया सस्पेंड
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वीरपुर में हो रहे चक्काजाम व हंगामें की सूचना पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय को मिली तो उन्होंने संज्ञान लेते हुए मामले में थाना प्रभारी जेपीएस जौन, आरक्षक नारायण जादौन, विष्णु शर्मा, रिंकू गोले, खगराज धाकड़ को सस्पेंड कर दिया है। वही एक अन्य पुलिसकर्मी को लाइन टेस्ट करते हुए मामले में एएसपी पीएल कुर्वे को जांच सौंप दी गई है।