नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इस साल नवंबर में पड़ने वाली सर्दी ने पिछले लगभग 17 साल के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। दिल्ली में सुबह के समय ठंड की लहर लगातार बढ़ती जा रही है। रविवार को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री हो गया था, जिसने पिछले 17 सालों के रिकॉर्ड तोड़े थे, क्योंकि नवंबर में पिछले वर्षों के मुकाबले कभी नहीं पड़ी थी। तो वहीं सोमवार को तापमान में गिरावट और गिरावट दर्ज की गई। तापमान 6.3 डिग्री रहा। लेकिन मौसम को जानकारों ने अब आने वाले 2-3 दिनों में न्यूनतम तापमान में वृद्धि की उम्मीद जताई है।
मौसम विभाग से सोमवार को मिली जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री की वृद्धि होने की संभावना है। हालांकि, हवा की गुणवत्ता में गिरावट हो सकती है, क्योंकि तापमान में वृद्धि के साथ हवा की गति कम हो जाएगी। अगले 2-3 दिनों में तापमान बढ़ने से तापमान 8-9 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ जाएगा। इसके पीछे मुख्य कारण पश्चिमी विक्षोभ (पश्चिमी डिस्टर्बेंस) है जो उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित कर रहा है। वहीं अगर हवा की गति कम होती है तो दिल्ली में प्रदूषण भी बढ़ सकता है। पिछले कुछ दिनों से हवा की गति तेज़ होने से प्रदूषण में गिरावट आई है। लेकिन हवा की हवा कम होने से प्रदूषण बढेगा, जिससे हवा की गुणवत्ता और खराब हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार, 20-22 नवंबर तक हवा की गति अच्छी थी। यह लगभग 20 किमी प्रति घंटा था। हवा की गति आने वाले दिनों में लगभग 6 किमी प्रति घंटे तक कम हो जाएगी, जिससे हवा की गुणवत्ता में सुधार होगा। सुबह के समय ठंड की लहरों के पीछे प्रमुख कारण बादल ना होना है। हालांकि तापमान में वृद्धि के बावजूद सबह में शीत लहर बनी रहेगी।
अगर आने वाले महीनों की बात करें तो अनुमान यह भी है कि दिसंबर और जनवरी में न्यूनतम तापमान में और गिरावट आगी और कुछ पुराने रिकॉर्ड टूट सकते हैं। अगर पिछले साल की बात करें तो इस साल की तरह अक्टूबर-नवंबर में ठंड नहीं थी। इस साल अक्टूबर में 58 साल में सबसे ठंडा महीना रहा और नवंबर में भी ठंडी रही। अक्टूबर और नवंबर में रिकॉर्ड टूट गया है, न्यूनतम तापमान 2 डिग्री से नीचे है और जनवरी में सर्दी के रिकॉर्ड टूट सकते हैं।