नई दिल्ली । राज्यों के सुझावों के बाद 12वीं की बोर्ड परीक्षा से पहले केंद्र अब सभी शिक्षकों के वैक्सीनेशन की तैयारी में है। इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय से संपर्क साधा जा रहा है। राज्यों में विशेष कैंप लगाकर वैक्सीन लगाने की योजना बनाई गई है। हालांकि इससे पहले सभी राज्यों में वैक्सीन की उपलब्धता और शिक्षकों की संख्या को जांचा जा रहा है। वैक्सीन की उपलब्धता के आधार पर 18 साल और अधिक उम्र के छात्रों का भी परीक्षा से पहले कैंप लगातार टीकाकरण किया जा सकता है।
शिक्षकों के वैक्सीनेशन को लेकर मंत्रालय इसलिए भी गंभीर है क्योंकि हाल में उत्तर प्रदेश में हुए पंचायत चुनावों में ड्यूटी करने से शिक्षकों की मौत का मामला चर्चा में रहा है। ऐसे में परीक्षा ड्यूटी से पहले शिक्षकों को लेकर अब वह कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहती। यही वजह है कि शत-प्रतिशत शिक्षकों के वैक्सीनेशन की योजना पर काम किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक सभी राज्यों में बड़ी संख्या में शिक्षकों ने वैक्सीन लगवा ली है। इस मुहिम में छूटे हुए शिक्षकों को वैक्सीन लगाने की योजना बनाई जा रही है।
सूत्रों की मानें तो राज्यों ने बोर्ड और आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने वाले 18 साल या उससे ज्यादा उम्र के छात्रों के भी प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन की राय दी है। उनका कहना है कि जब 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने की मंजूरी है तो इस उम्र के छात्रों को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन लगाई जाए। सीबीएसई सहित प्रतियोगी परीक्षा वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को इसकी योजना बनाने का सुझाव दिया गया है। राज्यों के इस सुझावों पर दोनों ही एजेंसियां गंभीर हैं। इस बीच परीक्षा को लेकर तैयार किए गए स्वास्थ्य सुरक्षा प्रोटोकाल को भी काफी सख्त बनाया जा रहा है। इसमें प्रत्येक स्कूल में आइसोलेशन सेंटर और प्राथमिक उपचार की भी व्यवस्था रहेगी।