कोलकाता: पश्चिम बंगाल में राजनीति के ‘रक्त चरित्र’ का एक और मामला सामने आया है। कूच बिहार के तूफानगंज इलाके में एक बीजेपी कार्यकर्ता का शव बरामद हुआ है। मृतक के परिवार का मानना है कि ये हत्या राजनीतिक रंजिश की वजह से हुई है और वह तृणमूल कांग्रेस पर इस हत्यारे का आरोप लगा रहे हैं। जबकि पुलिस ने हत्या में राजनीतिक एंगल होने की संभावना को खारिज कर दिया है। मामला की आगे तफ्तीश की जा रही है।
बीजेपी कार्यकर्ता के परिजन ने बताया कि यह घटना तूफानगंज क्षेत्र में मां काली की प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान हुई। हालांकि, बीजेपी ने आरोप लगाया कि घटना के पीछे तृणमूल कांग्रेस का हाथ है, जबकि सत्तारूढ़ पार्टी ने इन आरोपों से इनकार किया है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि बीजेपी के बूथ सचिव कलाचंद कर्माकर (55) ने झगड़ा कर रहे दो क्लब के सदस्यों को शांत कराने का प्रयास किया तो लोगों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी।
अधिकारी ने बताया कि इससे कर्माकर अचेत हो कर जमीन पर गिर पड़े। उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है और मामले की जांच की जा रही है।
कर्माकर की पत्नी का आरोप है कि उन्हें डंडे से मारा गया था। वहीं बीजेपी की जिला इकाई ने घटना के लिए तृणुल कांग्रेस पर दोष मढ़ा है। बीजेपी के स्थानीय नेता सौरभ दास ने कहा, ” तृणमूल कांग्रेस ने कूचबिहार जिले में अपना आधार खो दिया है, और अब वह बीजेपी के कार्यकर्ताओं को निशाना बना रही है। ”
वहीं तृणमूल कांग्रेस के नेता और उत्तर बंगाल के विकास मंत्री रतनेंद्रनाथ घोष ने आरोपों को खारिज कर दिया और उन्हें उलझा दिया। उन्होंने कहा, ” स्थानीय झगड़े के कारण घटना हुई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बीजेपी मामले का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रही है। ”