लखनऊ : सीतापुर में हिरासत के दौरान झाड़ू लगाने वाली कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने इस कृत्य पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से किए गए तंज पर तीखा पलटवार करने के साथ शुक्रवार को लखनऊ के महर्षि वाल्मीकि मंदिर में झाड़ू लगाई। प्रियंका ने कहा कि झाड़ू लगाना कोई छोटा काम नहीं, यह स्वाभिमान और सादगी का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री ने ऐसा कह कर करोड़ों महिलाओं, सफाई कर्मचारियों और दलित समाज का अपमान किया है। उनकी यह टिप्पणी महिला और दलित विरोधी है। प्रियंका ने घोषणा की कि शनिवार को प्रदेश की सभी जिला कांग्रेस कमेटियां भगवान वाल्मीकि के मंदिरों में सफाई करेंगी।
योगी ने शुक्रवार को गोरखपुर में एक साक्षात्कार के दौरान प्रियंका के झाड़ू लगाने को लेकर हुए सवाल पर कहा था कि जनता उनको इसी लायक बनाना चाहती है और जनता ने उन्हें इसी लायक बना दिया है। योगी की टिप्पणी की जानकारी मिलते ही प्रियंका शाम लगभग सवा चार बजे इंदिरा नगर की मलिन बस्ती लवकुश नगर पहुंच गईं। वहां उन्होंने महर्षि वाल्मीकि मंदिर में पूजना अर्चना की और मंदिर परिसर में झाड़ू लगाई।
प्रियंका ने कहा कि यह काम हर परिवार की महिलाएं सुबह होते ही अपने घरों में करती हैं। मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी उनकी महिला और दलित विरोधी मानसिकता का सुबूत है।
वह समझते हैं कि झाड़ू लगाना केवल वाल्मीकि समाज का काम है, जिन्हें वह हेय दृष्टि से देखते हैं। उनके इस बयान से भाजपा का महिला और दलित विरोधी चेहरा उजागर हुआ है। देश के करोड़ों दलितों और महिलाओं का अपमान भारत बर्दाश्त नहीं करेगा।